बलिया-गाजीपुर-वाराणसी रेल खंड पर वाराणसी तक सवारी गाड़ी का परिचालन नहीं होने से इस रेल खंड से जुड़े स्टेशनों के यात्रियों को वाराणसी तक जाने के लिए घोर कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।
लोग जैसे-तैसे वाराणसी तक यात्रा करने को मजबूर हैं। पिछले वर्ष कोरोना को देखते हुए रेल प्रशासन की ओर से बलिया-वाराणसी रेल खंड पर सवारी गाड़ियों का परिचालन बंद कर दिया गया था। तब से लेकर अब तक इस रेल खंड पर वाराणसी तक जाने के लिए कोई भी सवारी गाड़ी का परिचालन नहीं शुरू हो सका है। इसके चलते लोगों को वाराणसी तक यात्रा करने के लिए काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।
लोग जैसे-तैसे प्राइवेट वाहनों, निजी वाहनों से वाराणसी तक यात्रा करने के लिए मजबूर हैं। रेल प्रशासन द्वारा इस रेल खंड पर सवारी गाड़ी चलाए जाने के नाम पर मात्र एक पैसेंजर ट्रेन का परिचालन किया गया है, जो कि छपरा से चलकर औड़िहार तक की जाती है। यह गाड़ी पहले वाराणसी सिटी तक जाती थी, लेकिन रेल प्रशासन की ओर से इसे अभी औड़िहार तक ही चलाया जा रहा है।
वाराणसी तक इस ट्रेन को न चलाये जाने की दशा में यात्री औड़िहार से जैसे-तैसे प्राइवेट वाहनों से महंगा किराया देकर वाराणसी तक की यात्रा करने को मजबूर हैं। इसे लेकर इस रेल खंड के स्टेशनों से जुड़े यात्रियों में काफी आक्रोश बना हुआ है। लोगों का कहना है कि वाराणसी मंडल के रेल प्रशासन की ओर से इस क्षेत्र की अनदेखी की जा रही है, जिसके चलते यह स्थिति उत्पन्न हुई है। इसके लिए लोग जनप्रतिनिधियों को भी दोषी मान रहे हैं।