कर्मनाशा का पानी तो गांवों से निकल गया, लेकिन वह अपने पीछे गंदगी व संक्रामक बीमारियों की दुश्वारी छोड़ गया। इससे ग्रामीणों का जीना दुश्वार हो गया है। जगह - जगह गड्ढे में लगे पानी में मच्छर पनप रहे हैं। इससे गांवों में संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा बढ़ गया है। लोग डायरिया, चर्म रोग व बुखार से ग्रसित हो रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम क्लोरीन, ओआरएस के पैकेट, टेबलेट व अन्य दवा बांट रही है। सफाई नहीं होने से कीचड़, दुर्गध और घरों के आसपास जमे पानी से लोगों का दम घुट रहा है।
क्षेत्र के बारा, कुतुबपुर, मगरखाई, हरिकरनपुर, भतौरा, दलपतपुर, सायर, रायसेनपुर गांव में घर बाढ़ के पानी से घिरे हुए थे। पिछले दिनों कर्मनाशा का जलस्तर काफी बढ़ गया था। सेवराई तहसील क्षेत्र के लगभग आधा दर्जन से अधिक गांवों में पानी पहुंच गया था। ग्रामीणों को नाव का सहारा लेना पड़ा था। चिकित्सा अधीक्षक डा. धनंजय आनंद ने बताया कि विभागीय टीमें अलर्ट हैं। यदि किसी गांव में बीमारी आदि का खतरा पैदा होगा तो तत्काल टीम पहुंचकर ग्रामीणों को चिकित्सा सुविधा व दवा उपलब्ध कराएगी।