भारतीय रेल निरंतर यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रख कर रेल इंफ्रास्ट्रक्चर को सुधारने और विस्तार की योजनाओं पर काम कर रही है। इसी क्रम में गाजीपुर से छपरा तक के रेल खंड के दोहरीकरण का काम 2023 तक पूर्वोत्तर रेलवे ने पूरा करने का लक्ष्य रखा है। इस रेल खंड के दोहरीकरण के बाद जहां गाजीपुर से बलिया की दूरी एक घंटे से भी कम समय मे पूरी की जा सकेगी,वहीं इस इलाके के किसानों को बेहतर कार्गो मैनेजमेंट की सुविधा भी उपलब्ध होगी।
लोकल कृषि उत्पाद के लिए वरदान है रेल दोहरीकरण
गाजीपुर,बलिया और छपरा में सब्जियों की भारी मात्रा में पैदावार होती है। किसानों को अपने पैदावार को कम कीमत में ही लोकल मंडियों में बेचना पड़ता है। इस रूट पर रेल मार्ग के दोहरीकरण के बाद किसानों की उपज कम समय मे देश के अलग-अलग मंडियों में पहुंच पाएगी।इसके साथ ही गाजीपुर से बलिया तक कामकाज के सिलसिले में दैनिक स्तर पर यात्रा करने वालों को भी इस रूट के दोहरीकरण का यह लाभ मिलेगा कि वह अपनी यात्रा पहले की तुलना में कम समय मे पूरी कर पाएंगे।
कम समय में ज्यादा दूरी की यात्रा
वाराणसी डिवीजन के डेप्युटी चीफ इंजीनियर आईसी दूबे ने एनबीटी को बताया कि रेल मार्ग के दोहरीकरण का काम चल रहा है। गाजीपुर से बालिया तक के मार्ग में कई जगह रेल लाइन्स बिछाने और उससे जुड़े काम को तेजी से किया जा रहा है। काम के बेहतर क्रियान्वयन के लिए पूरे रूट को अलग-अलग खंडों में बांटने के साथ ही दोहरीकरण के काम को अंजाम दिया जा रहा है।