इलाके के सेमरा से शेरपुर के बीच गंगा कटान से हो रहे नुकसान का प्रशासनिक अधिकारियों व अभियंताओं की टीम ने मंगलवार को नाव से घूमकर जायजा लिया। आसपास के लोगों से कटान के बारे में जानकारी ली गई। अब कटान से शेरपुर गांव के अस्तित्व पर संकट दिखने लगा है। इसे बचाने को हर स्तर पर कवायद की बात कही गई है।
इस वर्ष सेमरा के पूरब तिरपनवा से लेकर शेरपुर घाट के आगे तक काफी कटान हुई है। किसानों की सैकड़ों बीघा कृषि भूमि गंगा में समाहित हो गई। शनिवार को सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त की अध्यक्षता में हुई समीक्षा बैठक के दौरान विधायक अलका राय ने कटान के मामले को काफी गंभीरता से उठाया। इस पर जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने कटान क्षेत्र का निरीक्षण कराकर उसका प्राक्लन तैयार कराकर शासन में भेजने की बात कही, जिससे कटान रोकने के लिए ठोकर निर्माण हो सके।
इसी के तहत अपर जिलाधिकारी राजेश कुमार सिंह के नेतृत्व में सीआरओ आदि की टीम नाव से सेमरा से शेरपुर के मुबारकपुर तक कटान का जायजा लिया। वहीं दूसरी टीम में शामिल सीडीओ श्रीप्रकाश गुप्ता व सिचाई विभाग देवकली पंप नहर प्रथम के अधिशासी अभियंता राजेद्र प्रसाद चौधरी के नेतृत्व में इन क्षेत्रों का नाव से निरीक्षण कर कटान का जायजा लिया। इस दौरान अधिकारियों ने यह भी देखा कि पानी का टकराव कहां कहां ज्यादा हो रहा है। निरीक्षण के दौरान तहसीलदार अमित शेखर,सहायक अभियंता अजय कुमार श्रीवास्तव, गांव बचाओ देश बचाओ के अध्यक्ष मनोज राय डबलू,आनंद राय पहलवान, अशोक राय,सुशील कुमार राय आदि थे।