गाजीपुर जिले के करंडा क्षेत्र को जमानियां, चंदौली सहित बिहार से जोड़ने वाले गंगा पुल जमानियां-धरम्मरपुर मुख्य सड़क पर बाढ़ का पानी गंगा का जलस्तर घटने के बाद भी लगभग 20 दिनों से जमा है। करंडा के धरम्मरपुर, कटरियां, पुरैना, सरैयां, हिमर्दोपुर, सीतापट्टी, विशुनपुरा, गजाधरपुर,आरी पहाड़पुर, सोकनी, बयेपुर, बड़हरिया, बड़सरा, जमुआंव, दीनापुर सहित लगभग डेढ़ दर्जन गांव के लोगों का आवागमन इस मार्ग से होता है। सड़क पर पानी जमा होने से लाचार ग्रामीण जान हथेली पर रखकर आवागमन करने को विवश हैं।
ऐसे में रोज कोई न कोई राहगीर सड़क किनारे गहरे पानी में गिर जाता है। रविवार को भी जमानिया से अपनी बीमार मां की दवा लेकर धरम्मरपुर निवासी स्कूटी सवार गहरे पानी में गिर गया, लेकिन पास से गुजर रहे राहगीरों ने पानी में कूद कर युवक और उसकी स्कूटी को बाहर निकाला।
पुरैना निवासी समाजसेवी गोविंद चौधरी, मनीष राय, सर्वेश चौधरी, गुलशन कुमार, राजेश कुमार , धर्मेंद्र गुड्डू राय, भाजपा नेता उमेश सिंह गुड्डी, अमरेश गुप्ता, धरम्मरपुर निवासी साहब खां, अफजल खां, शाहनवाज, मनोज कुमार, नीतीश दुबे आदि ने कहा कि बाढ़ आने से फसल नष्ट हो गई है और अब जलजमाव के कारण बुखार, सिरदर्द और अन्य संक्रामक बीमारियां तेजी से फैली हैं।
प्रशासन की उदासीनता और सड़क विभाग के अधिकारियों की मनमानी की वजह से जान जोखिम में डालकर बाजार से दवा और सब्जियां आदि खरीदने के लिए पानी में डूबी सड़क पार कर रहे हैं। कई बार शिकायत के बाद भी स्थितियां जस की तस बनी हुई है।