गाजीपुर जिला कारागार में शुक्रवार को डीएम एमपी सिंह और एसपी ओपी सिंह समेत पुलिस अधिकारियों ने छापामार कार्रवाई की। जेल परिसर में संचालित गतिविधियों को परखने के लिए डीएम ने टीम के साथ औचक निरीक्षण किया।
निरीक्षण में सभी कैदी की बैरकों को पुलिस ने खंगाला तो संदिग्ध बंदियों की सघन तलाशी ली गई। हालांकि इस दौरान कोई गड़बड़ी या सुरक्षा निगरानी की चूक सामने नहीं आयी और न ही कोई अनुचित अथवा प्रतिबंधित सामग्री ही मिली। अधिकारियों ने बैरकों में बद बंदियों से भी बातचीत कर उन्हें मिल रही सुविधाओं के बारे में भी पूछा।
शुक्रवार की दोपहर डीएम एमपी सिंह ने जिला जेल के औचक निरीक्षण का कार्यक्रम बनाया। पुलिस और प्रशासन की टीम को साथ लेकर जेल का सघन निरीक्षण किया। डीएम और एसपी ने निरीक्षण के समय सुरक्षा व्यवस्था, बैरकों के रख-रखाव, बंदियों व कैदियों के खानपान, साफ-सफाई का भी निरीक्षण किया।
बंदियों को मिलने वाले दोपहर के भोजन की गुणवत्ता भी परखी। दोनों अधिकारियों ने महिला बंदियों के साथ रह रहे बच्चों को बिस्कुट दिए। अन्य समस्याओं के निस्तारण के लिए जेल अधीक्षक को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। निरीक्षण में बैरकों में भी पूरी साफ सफाई मिली। भोजन की गुणवत्ता को लेकर भी बंदियों ने कोई शिकायत नहीं की। सीसीटीवी कैमरे व कंट्रोल रूम भी पूरी तरह क्रियाशील स्थिति में मिले।
अफसरों ने विभिन्न बैरकों का जायजा लेने के बाद निर्देश दिया कि प्रतिभावान बंदियों के प्रोत्साहन के लिए जरूरी सामग्री उपलब्ध कराई जाए ताकि उनके अंदर छिपी शिल्प प्रतिभा को निखारा जा सके। एसपी ओपी सिंह, एसपी सिटी गोपीनाथ सोनी, सीओ सिटी ओजस्वी, एसडीएम सदर अनिरुद्ध सिंह, शहर कोतवाली पुलिस समेत पीएसी शामिल रही।