टैक्स चोरी और गड़बड़ी की शिकायत पर वाणिज्य विभाग की टीम ने मंगलवार को कैंट स्टेशन स्थित पार्सल कार्यालय में छापा मारा। जांच पड़ताल की कार्रवाई के दौरान मौके पर कुछ पैकेटों को कब्जे में ले लिया गया। जिसे वाराणसी से मऊ के लिए भेजा जा रहा था। वहीं, दिल्ली से आए पैकेटों की जांच चल रही है। वाणिज्य विभाग के अधिकारियों की धमक से पार्सल दलाल परिसर छोड़ भाग निकले।
डिप्टी कमिश्नर (वाणिज्य कर विभाग) के नेतृत्व में पहुंची टीम ने नई दिल्ली से आई महामना एक्सप्रेस के पार्सल पैकेटों को चेक किया। कर्रवाई के भय से पार्सल एजेंटों ने ज्यादातर पैकेट प्लेटफार्म पर ही छोड़ दिया। इधर बुकिंग काउंटर पर तौल के बाद रखे मऊ के कुछ पैकेट को अपने कब्जे में ले लिया। वाणिज्य विभाग के कार्रवाई की सूचना पर आरपीएफ इंस्पेक्टर और पार्सल पर्यवेक्षक भी मौके पर पहुंच गए। पैकेट रिलीज होने तक उसे ले जाने पर आपत्ति जताई। इसे लेकर रेल अफसर और वाणिज्य विभाग के बीच वार्ता चल रही है।
इसके पूर्व में भी परिसर में टीम जांच पड़ताल करती रही है, यहां पर नियमित तो नहीं मगर समय समय पर हुई जांच में अनियमितता का मामला सामने आता रहा है। इसकी वजह से हड़कंप भी मचता रहा है। अधिकारियों की सक्रियता से पूर्व में भी कैंट स्टेशन पर कर चोरी के मामले सामने आते रहे हैं। इसी कड़ी में मंगलवार को टीम ने आकस्मिक कार्रवाई की और परिसर में जांकर मौजूद पैकेटों की जांच पड़ताल की। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार यह पैकेट वाराणसी से मऊ को भेजे जा रहे थे। इसकी वजह से यह जांच के केंद्र में आ गए। जबकि दिल्ली से पहुंचे पैकेटों की जांच दोपहर बाद तक होती रही।
आयकर टीम के अनुसार पार्सल पर्यवेक्षक और आरपीएफ इंस्पेक्टर ने पैकेट रिलीज होने तक ले जाने पर आपत्ति दर्ज कराई तो इस बाबत रेल अफसरों और वाणिज्य विभाग की ओर से वार्ता कर समस्या का समाधान भी निकालने की कोशिश की गई। हालांकि, दोपहर तक इस बाबत किसी नतीजे पर दोनों ही पक्ष नहीं पहुंच सके थे।