गाजीपुर जिले में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर फीनिसिंग का काम तेजी से चल रहा है और अगले महीने 15 तारीख के आस-पास इसे लोगों को समर्पित भी कर दिया जाएगा। जिले में 48 किमी लंबे एक्सप्रेस वे का हिस्सा होने से जनपदवासियों की कनेक्टिविटी बढ़ने के साथ ही आर्थिक गतिविधियां भी बढ़ जाएंगी।
इसके लिए जिला प्रशासन और यूपीडा की ओर से कवायद चल रही है। शासन की ओर से जिले में तीन कामर्शियल हब बनाने के लिए भ्रूमि की जानकारी यूपीडा को दे दी गई है। पिछले दिनों भू राजस्व विभाग की ओर से कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए कासिमाबाद में बनने वाले तीसरे एप्रोच मार्ग के लिए यूपीडा को जमीन का सर्वे रिपोर्ट भेजा गया। साथ ही जिले की तीन एप्रोच मार्ग जिसमें एक मुहम्मदाबाद में और दो कासिमाबाद में है।
उन पर तीन कामर्शियल हब बनाने की योजना से संबंधित जमीन की जानकारी यूपीडा को दे दी गई है। अधिकारियों ने बताया कि अगले कुछ महीनों में कामर्शियल हब बनाने का काम शुरू होगा। एक्सप्रेस वे की लंबाई 340 किलोमीटर है। पूरे एक्सप्रेस-वे में 60 आरओबी, 60 मेजर ब्रिज, 123 माइनर ब्रिज, 223 अंडरपास के साथ एक हवाई पट्टी का निर्माण किया जा रहा है। एक्सप्रेस-वे के निर्माण में 22 हजार 494 करोड़ रुपये खर्च होना है।
अपर जिलाधिकारी भू-राजस्व सुशील कुमार श्रीवास्तव ने बुधवार को बताया कि तीनों कामर्शियल हब बनाने के लिए जमीन की जानकारी यूपीडा को दे दी गई है। यूपीडा इसको लेकर आगे की कार्य योजना बना रही है। गाजीपुर जिले में पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर कामर्शियल हब बनने के बाद होटल, रेस्त्रां, खाने-पीने का सामान, गाड़ी मरम्मत, छोटे-बड़े मॉल और अन्य जरूरी सेवाओं के कई सेंटर खुलेंगे। जो बड़े बाजार के रूप में उभरेंगे। जिसमें बहुत सारे लोगों को अपने घर ही रोजगार मिलने के साथ जिले के राजस्व में बढ़ोत्तरी होगी। उल्लेखनीय है कि एक्सप्रेस वे बनने से गाजीपुर से लखनऊ तीन घंटे में ही पहुंचा जा सकता है।