जिला अस्पताल मेें उपचार के दौरान आक्सीजन कंसंट्रेटर बंद होने के बाद आक्सीजन के अभाव में हुई वरिष्ठ पत्रकार गुलाब राय की मौत के मामले में स्टाफ नर्स, जेनरेटर आपरेटर व स्वीपर के विरुद्ध सदर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया है। एडीएम राजेश कुमार सिंह की जांच रिपोर्ट में इन तीनों को दोषी माना गया है। मुकदमा दर्ज होने के बाद सदर कोतवाली पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है।
जिला पत्रकार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष गुलाब राय जिला अस्पताल में भर्ती होकर अपना उपचार करा रहे थे। सांस लेने में परेशानी होने के चलते उन्हें आक्सीजन कंसंट्रेटर लगाया गया था। इसी दौरान पिछले मंगलवार की सायं उनकी मृत्यु हो गई। स्वजनों ने आरोप लगाया कि बिजली कट जाने से आक्सीजन कंसंट्रेटर बंद हो गया, इससे आक्सीजन की सप्लाई रुक गई। वार्ड में उस समय स्टाफ नर्स नहीं थे। वह उन्हें इधर-उधर ढूढे, लेकिन नहीं मिले। जेनरेटर चालू न होने के कारण आक्सीजन कंसंट्रेटर से आक्सीजन सप्लाई शुरू नहीं हो सकी।
इससे गुलाब राय की मौत हो गई। उनकी मौत के बाद मौके पर पहुंचे साथी पत्रकार अस्पताल प्रशासन की इस लापरवाही पर काफी आक्रोशित थे। उन्होंने पूरे मामले की जांच कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की थी। इस पर जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने एडीएम राजेश कुमार सिंह को जांच की जिम्मेदारी सौंपी और अगले ही दिन 28 जुलाई तक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। एडीएम की जांच रिपोर्ट में स्टाफ नर्स ओमकार नाथ, जेनरेटर आपरेटर अनिल कुमार व स्वीपर मोती को दोषी माना गया है।
बोले अधिकारी : पत्रकार गुलाब राय की मौत के मामले में एडीएम की जांच रिपोर्ट व डीएम के निर्देश पर स्टाफ नर्स, जेनरेटर आपरेटर व स्वीपर पर सदर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया है।।