जिलाधिकारी एम.पी. सिंह ने रायफल क्लब में बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों संग मंगलवार की देर शाम समीक्षा बैठक की। इस दौरान मिशन कायाकल्प में कम प्रगति वाले खंड शिक्षाधिकारियों पर उन्होंने नाराजगी जताई और शीघ्र कार्य पूरा करने का निर्देश दिया।
जिलाधिकारी ने कहा कि मिशन कायाकल्प के तहत सभी कार्य बिदुओं से विद्यालयों को संतृप्त किया जाए। इसमें किसी भी स्तर पर कोई शिथिलता नहीं होनी चाहिए। आगे कहा कि बेसिक शिक्षा विभाग की मिशन कायाकल्प योजना में जुड़े सभी अधिकारी कर्मचारी आपसी समन्वय के साथ बेहतर से बेहतर रूप दें और इसके लिए अपनी पूरी तन्मयता व सक्रियता दिखाएं।
जिलाधिकारी ने समीक्षा के दौरान सभी खंड शिक्षा अधिकारियों के कार्य व उनके तौर-तरीकों को बारीकी से देखा। निर्देश दिया कि संचालित कायाकल्प योजना में अन्य शेष सभी कार्यों को अनिवार्य रूप से पूर्ण कराना सुनिश्चित करें। इसमें किसी भी स्तर पर कोताही व शिथिलता क्षम्य नहीं होगी। जिलाधिकारी ने कायाकल्प के तहत स्कूलों में टाइल्स, रैंप निर्माण, इंटरलाकिग, विद्युतीकरण आदि कार्यों को कराए जाने पर बल दिया। उन्होंने खंड शिक्षा अधिकारीवार समीक्षा में कम प्रगति वाले बीईओ को फटकार लगाते हुए सचेत किया और कहा कि सभी कार्य बिदुओं की पूर्ति अनिवार्य रूप से समयबद्धता व गुणवत्ता के साथ पूर्ण होनी चाहिए।
इसके लिए अपने संबंधित खंड विकास अधिकारी से समन्वय रखते हुए, उसे अवश्य ही पूर्ण कराएं। जिन-जिन विकास खंडों में दिव्यांग शौचालय निर्माण अधूरे हैं, उन ग्राम पंचायतों में एक साथ मजदूर लगाकर कार्यों में तेजी लाने का निर्देश दिए। निर्माण कार्य प्रारंभ न होने की स्थिति में जितने भी दिन कार्य नहीं होगा संबंधित सेक्रेटरी का उतने दिनों का वेतन रोका जाएगा। इसके लिए सभी खंड विकास अधिकारी सेक्रेटरी के कार्यों की समीक्षा करते रहेंगे।
उन्होंने स्कूलों के विद्युतीकरण की समीक्षा में सीडीओ से कहा कि वे बीएसए, डीपीआरओ, अधिशासी अभियंता विद्युत की संयुक्त बैठक करा कर विद्युतीकरण कार्य की समीक्षा कर प्रगति की अद्यतन विवरण रखें। जहां कमी हो, उसमें तेजी से कार्य कराते हुए विद्युतीकरण कार्य को पूर्ण कराएं। इसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री आवास योजना एवं प्रधानमंत्री आवास योजना की समीक्षा की। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी श्री प्रकाश गुप्ता, पीडी बाल गोविद, डीडीओ भूषण कुमार, बेसिक शिक्षा अधिकारी हेमंत राव, सभी खंड विकास अधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारी व कर्मचारी थे।