कोरोना काल के दौरान स्वास्थ्य विभाग के समस्त कर्मचारियों ने अपनी कार्य क्षमता के अनुसार कोरोना से दो-दो हाथ कर स्वयं के साथ लोगों का जीवन बचाने का काम किया है। इस मुहिम में 108 और 102 एंबुलेंस के कर्मचारियों ने भी अपनी अहम भूमिका निभाई।
इस दौरान उन्होंने कोविड-19 पॉजिटिव व्यक्तियों को अस्पताल तक लाने और घर तक सुरक्षित पहुंचाने का काम किया है, जिसकी वजह से जनपद कोविड-19 पॉजिटिव व्यक्तियों से मुक्त हुआ है । ऐसे में उनका सम्मान कर उनका हौसला बढ़ाना हम सभी की जिम्मेदारी है। इसी के मद्देनजर मंगलवार को राइफल क्लब में नोडल अधिकारी डॉ डीपी सिन्हा ने एम्बुलेंस कर्मियों को कोरोना वारियर्स के रूप में सम्मानित किया।
डॉ. डी.पी. सिन्हा ने बताया कि कोविड-19 महामारी के दौरान एंबुलेंस कर्मियों ने अपनी जान पर खेलकर लोगों की जान बचाने का काम किया है। ऐसे में उनके कार्यों को देखते हुए उनको सम्मानित करना हमारी जिम्मेदारी है। क्योंकि इस सम्मान से उनके कार्य करने का हौसला बढ़ता है। इसी को देखते हुए लाल बहादुर शर्मा,बृजभूषण, संदीप, गिरिजेश, शुभम, उमेंद्र, गुलाब, राजकुमार, वकील चंद, मनोज ,संतोष ,अजय एवं अन्य कोरोना वारियर्स को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित करने का काम किया गया है।
डॉ. डी.पी. सिन्हा ने बताया कि इनके बढे हुए हौसले के बदौलत हम संभावित तीसरे लहर के प्रकोप से लोगों को बचाने का काम भी करेंगे। 108 एम्बुलेंस सेवा के जिला प्रोग्राम अधिकारी दीपक राय ने बताया कि जनपद में 108 एंबुलेंस की संख्या 37 एवं 102 एंबुलेंस की संख्या 42 है, जो लगातार जिले में सभी तरह के मरीजों को आकस्मिक सेवा प्रदान करने का काम कर रही है।
डॉ. सिन्हा ने बताया कि किसी भी पीड़ित या अन्य का फोन आने पर उनके बताए गए लोकेशन पर एंबुलेंस कुछ ही मिनटों में पहुंचकर पीड़ित व्यक्ति को रेस्क्यू कर पास के स्वास्थ्य केंद्र पर या जिला अस्पताल पर पहुंचाने का काम कर रही है और जरूरत पड़ने पर बी एच यू वाराणसी ट्रामा सेंटर तक भी लेकर जाती है। इस अवसर पर जी वी के ऑपरेशन हेड मिथिलेश त्रिपाठी और मंडल अधिकारी सुमित दुबे मौजूद रहे। इस मौके पर ब्लॉक प्रभारी गौरव सिंह अखंड प्रताप सिंह एवं पवन तिवारी भी मौजूद रहे।