अदालत में आपराधिक मामलों में पेशी के लिए विधायक विजय मिश्र को ज्ञानपुर लाया गया है। फिलहाल सरपतहां स्थित पुलिस लाइन में विधायक को रखा गया है। आपराधिक मामलों को लेकर सीजेएम कोर्ट में उनकी पेशी होनी है। वहीं विधायक की पेशी को लेकर पुलिस महकमे से लेकर अदालत तक गहमागहमी बनी रही। दोपहर करीब 12 बजे उनको पुलिस लाइन से कोर्ट में भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच ले जाया गया, इस दौरान उन्होंने अपने अधिवक्ताओं से बातचीत की। दोपहर 1.30 बजे उनके मामले की सुनवायी शुरू हुई।
पूर्व में मध्य प्रदेश में उनकी गिरफ्तारी को लेकर भी काफी विवाद का दौर बना रहा। विधायक पर गायक कलाकार संग सामूहिक दुष्कर्म और सरकारी भूमि पर कब्ज़ा करने के मामले में मुकदमा दर्ज था। इसके अलावा भी उनपर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। विधायक विजय मिश्र कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह ज्ञानपुर पहुंचे तो सुरक्षा कारणों से पेशी से पूर्व उनको पुलिस लाइन में रखा गया है। यहां सीजेएम कोर्ट में वह पेश किए जाएंगे। अधिवक्ताओं के अनुसार उनका रिमांड आपराधिक मामले में बनना है। जबकि जमीन कब्जे का मामला भी उनपर दर्ज है, दुष्कर्म के अलावा इस मामले की भी सुनवाई होनी है।
विधायक विजय मिश्र को दोपहर 12 बजे तक अदालत परिसर में ले जाया गया तो उनके समर्थक भी वहां मौजूद रहे। हालांकि, काफी सुरक्षा व्यवस्था के बीच समर्थकों का हुजूम विधायक से दूर ही रहा। इस दौरान विधायक के परिजन भी मौके पर पहुंचे। वहीं सुरक्षा का खाका पुलिस लाइन से लेकर कोर्ट परिसर तक चाक चौबंद बना रहा। विधायक के अधिवक्ताओं की टीम ने परिसर में आने पर विधायक से मुलाकात की और केस के सिलसिले में उनसे बात भी की।
गोपीगंज कोतवाली में रितेश्तेदार का फर्म और भवन हड़पने के आरोप में जेल में निरुद्ध विधायक को आगरा पुलिस सुबह 10 बजे पुलिस लाइन लेकर पंहुची। कुछ देर के बाद गोपीगंज कोतवाली में दर्ज सामूहिक दुष्कर्म के मामले में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट शबाना खातून के कोर्ट में पेश किया गया गया। कोर्ट ने गोपीगंज पुलिस से क्रिमिनल हिस्ट्री तलब की है। इसके बाद ऊंज में सरकारी भूमि कब्ज़ा करने के मामले में न्यायिक मजिस्ट्रेट रीवा केसरवानी की अदालत में पेश किया गया। अदालत ने इस मामले में सशर्त जमानत दे दी। दोनों मामलों में कोर्ट ने न्यायिक अभिरक्षा में लेते हुए जेल भेज दिया। विधायक रिश्तेदार कृष्णमोहन तिवारी का भवन और फर्म हड़पने के आरोप में 18 अगस्त 2020 को मध्य प्रदेश के आगर जिले में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। इसके बाद उनके खिलाफ ताबड़तोड़ छह मुकदमे दर्ज किया गया। दो मामलों में चार्जशीट भेजी जा चुकी है जबकि चार में रिमांड नहीं बन पाया था।