परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों के खाते में अब यूनिफार्म के साथ बैग की भी धनराशी भेजी जाएगी। इससे बच्चों के जल्दी बैग के फटने की शिकायतों पर अब रोक लगेगी। एक जुलाई से परिषदीय विद्यालय खुलेंगे। इस दौरान विद्यालय में अध्यापक हीं पहुंचेंगे। इसके लिए प्रधानाध्यापकों ने छात्रों के अभिभावक से बैंक पासबुक व आधार कार्ड की प्रतिलिपि स्कूल में जल्द से जल्द जमा कराने के लिए कहा है। विद्यालय खुलने के बाद अभिभावक बैंक पासबुक सहित आधार कार्ड जमा करेंगे।
जनपद में 2245 परिषदीय विद्यालय है, जिसमें दो लाख 81 हजार बच्चे नामांकित है। विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को मिड डे मील के साथ ही साल में दो जोड़ी यूनिफार्म, जूते, मोजे व बैग के साथ ही सरकार की तरफ निशुल्क पुस्तकें उपलब्ध कराई जाती हैं। यूनिफार्म, जूते, मोजे खरीदने व वितरण की जिम्मेदारी पहले विद्यालय प्रबंध समिति के जिम्मे थी। इस दौरान बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होती थी। इसके साथ ही समय से वितरण न होने व गुणवत्ता में भी गड़बडी की शिकायत मिलती थी। इसके बाद सरकार ने जेम पोर्टल से यूनिफार्म, बैग व जूते मोजे का वितरण शुरू कराया।
इसमें भी समय से बच्चों को वितरण नहीं हो पा रहा है। ऐसे में अब सरकार ने यूनिफार्म के साथ ही बैग की धनराशि भी बच्चों के अभिभावकों के खाते में भेजने का फैसला लिया है। शासन के निर्देश पर बीएसए डा. ओपी राय ने सभी बीईओ व प्रधानाध्यापकों को बच्चों के अभिभावकों की बैंक पासबुक व आधार कार्ड की प्रतिलिपि तक सत्यापन कराने का निर्देश दिया है। वहीं प्रधानाध्यापक बच्चों के अभिभावकों से आधार व बैंक पास बुक जमा कराएंगे।