मुख्य चिकित्साधिकारी डा. हरगोविंद सिंह ने शुक्रवार को कई सीएचसी सहित पीएचसी का का निरीक्षण किया। जिससे चिकित्सक सहित स्वास्थ्यकर्मियों में हडकंप मच गया। इस दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जखनियां पर चिकित्साधीक्षक डा. योगेंद्र यादव बिना किसी पूर्व सूचना के हीं उपस्थित नहीं मिले, वहीं कई अन्य स्टाफ भी गायब रहें। जिसकों लेकर सीएमओ ने सभी 13 कर्मचारियों के वेतन रोकने का निर्देश देते हुए स्पष्टीकरण भी मांगा गया।
नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं मिले, इसे लेकर शासन की ओर से सीएचसी व पीएचसी बनाए गए है। लेकिन इसे लेकर सीएचसी व पीएचसी पर तैनात चिकित्सक व कर्मी गंभीर नहीं है। एसीएमओ डा. प्रगति कुमार ने बताया कि मुख्य चिकित्साधिकारी डा. हरगोविंद सिंह के द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मनिहारी का निरीक्षण किया गया। वहां पर सभी डाक्टर और स्टाफ मौके पर मिले और सफाई और अन्य व्यवस्था दुरुस्त पाई गई।
इसके बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जखनियां का औचक निरीक्षण किया गया। वहां पर चिकित्सा अधीक्षक डॉ योगेंद्र यादव बिना किसी पूर्व सूचना के पिछले तीन दिन से गायब मिले। इसके अलावा डॉ अभिषेक मौर्य डेंटल सर्जन, अनिल कुमार नेत्र परीक्षण अधिकारी, माया सोनकर डेंटल हाइजीनिस्ट, सुनीता भारतीय एएनएम, उषा यादव एएनएम, साधना निगम एएनएम, राजेश कुमार यादव डीआरए, शिव लाल यादव, राजेश प्रजापति , वार्ड बॉय सुनील कुमार यादव, अवधेश गुप्ता एसटीएस एवं डा. एस के सिंह एमओ आरबीएसके केंद्र पर मौजूद नहीं मिले। वहीं केंद्र के स्टाक रजिस्टर भी अपडेट नहीं मिला। सीएमओ डा. हरगोविंद सिंह ने बताया कि केंद्रों का निरीक्षण लगातार किया जाएगा। स्पष्टीकरण में सहीं जवाब नहीं मिलने पर अन्य कार्रवाई की जाएगी।