आंगनबाड़ी में अब छोटे बच्चों के लिए रंगबिरंगा फर्नीचर भी होगा। बेसिक शिक्षा विभाग प्रदेश के 10 हजार केन्द्रों में फर्नीचर देने की तैयारी कर रहा है। प्रदेश सरकार इस सत्र से आंगनबाड़ी केन्द्रों में प्री-प्राइमरी की कक्षाएं शुरू करने वाली है।
प्रदेश में 1.80 लाख केन्द्र हैं और इनमें से लगभग 70 हजार केन्द्र प्राइमरी स्कूलों के कैम्पस में है। इन कैम्पस के 10 हजार स्कूलों में फर्नीचर दिया जाएगा। राज्य सरकार ने केन्द्र से इसके लिए बजट मांगा है जिसकी सैद्धांतिक सहमति केन्द्र ने दे दी है। इसके लिए इन आंगनबाड़ी केन्द्रों का भौतिक सत्यापन किया जा रहा है कि वे संचालन की स्थिति में है या नहीं और वहां पर बच्चों के नामांकन की संख्या कितनी है। प्रदेश के आंगनबाड़ी केन्द्रों में तीन से छह वर्ष तक के 39.56 लाख बच्चे पंजीकृत हैं।
आंगनबाड़ी केन्द्रों में प्री-प्राइमरी की कक्षाएं संचालित करने के लिए पाठ्यक्रम का निर्धारण पिछले वर्ष हो चुका है और केन्द्रों पर पढ़ाने के लिए निजी स्कूलों की तर्ज पर रंगबिरंगे खिलौनों, ब्लॉक, स्लेट आदि से युक्त एक किट भी खरीदी गई है ताकि छोटे बच्चों को मनोरंजक तरीके से पढ़ाया जा सके। आंगनबाड़ी सहायिकाओं व कार्यकत्रियों को बेसिक शिक्षा विभाग ने प्रशिक्षित भी किया है।