वाराणसी में भाजपा का जिला पंचायत अध्यक्ष बनना तय हो गया है। दोपहर से लेकर देर रात तक चली कवायद के बाद सपा प्रत्याशी चंदा यादव का पर्चा खारिज कर दिया गया। इससे भाजपा प्रत्याशी पूनम मौर्य अकेले दौड़ में रह गई हैं। सपा प्रत्याशी के चुनाव प्रभारी पूर्व मंत्री मनोज राय धूपचंडी ने आरोप लगाया कि प्रदेश के कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर नामांकन पत्रों की जांच में अंदर बैठकर चुनाव को मैनेज कर रहे थे।
जिला निर्वाचन अधिकारी कौशल राज शर्मा के अनुसार ज़िला पंचायत अध्यक्ष पद पर दो प्रत्याशियों श्रीमती चंदा यादव और श्रीमति पूनम मौर्या द्वारा 2-2 नामांकन पत्र दाखिल किए गए थे। इनकी स्क्रूटनी दोपहर 3 बजे शुरू हुई। दोनों पक्षों ने एक दूसरे के नोटरी अधिवक्ताओं की वैद्यता के बारे में लिखित आपत्ति दाखिल की। दोनों द्वारा जवाब देने के लिए 2-2 घंटे का लिखित टाइम मांगा था जो उनको दिया गया। शाम 6;30 बजे पुनः स्क्रूटनी शुरू हुई। इसमें दोनों प्रत्यशियों ने अपना-अपना पक्ष रखा।
जिला निर्वाचन अधिकारी के अनुसार पूरी स्क्रूटनी के बाद भाजपा प्रत्याशी पूनम मौर्या का एक नामांकन पत्र अस्वीकृत हुआ और एक स्वीकृत हुआ। सपा प्रत्याशी चंदा यादव के दोनों नामांकन पत्र अस्वीकृत हो गए।
इससे पहले समाजवादी पार्टी से चंदा यादव और भारतीय जनता पार्टी से पूनम मौर्या ने नामांकन किया। इस दौरान रायफल क्लब में भारी कड़ी व्यवस्था के साथ ही दलों की ओर से समर्थकों का भारी हुजूम भी उमड़ा। नामांकन से पूर्व सपा और भाजपा के उम्मीदवार अपनी अपनी जीत को लेकर आश्वस्त नजर आए।
वाराणसी में एमएलसी की दोनों सीटें हारने के बाद अब जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर कब्जे से भाजपा को बड़ी राहत मिली है। पिछले अध्यक्ष के चुनाव में सपा की ओर से अपराजिता सोनकर ने जीत हासिल की थी, मगर प्रदेश की सत्ता बदलते ही उन्होंने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली थी।
Purvanchal News in Hindi | News in Hindi | Purvanchal News | Latest Purvanchal News | Purvanchal Samachar | Samachar in Hindi | Online Hindi News | Purvanchal News |