तेज गर्मी और उमस के बाद मंगलवार की देर रात और बुधवार की भोर पहर राहत की बारिश हुई। इससे मौसम सुबह सुहाना बना रहा। तापमान में भी गिरावट दर्ज की गयी। मंगलवार को जहां पारा 39 डिग्री तक पहुंच गया था, जो बारिश होने से बुधवार को गिरकर 36 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया था। वहीं न्यूनतम तापमान 28 डिग्री पर ही बना रहा, जिससे मौसम गर्म रहा। पड़ी रही भीषण गर्मी के चलते पारा 40 डिग्री तक पहुंचने वाला था। इससे गर्मी और उमस में काफी इजाफा हो गया था। बारिश के बाद थोड़ी राहत तो जरूर मिली, लेकिन दोपहर में धूप निकल जाने से लोग फिर से उसम व गर्मी का सामना करने को विवश हो गये।
चटक धूप होने से लोग पसीने से तरबतर होते रहे। मौसम के इस मिजाज को देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा है कि अभी गर्मी से निजात मिलने वाली नहीं है। मौसम का मिजाज ऐसा ही बना रहेगा। मौसम विदों ने जून के अंतिम सप्ताह तक मॉनसून आने की संभावना जतायी है। मौसम में तो लगातार बदलाव का सिलसिला जारी है, पर गर्मी से निजात अभी मिल पाना मुश्किल सा लग रहा है। मंगलवार की रात करीब ढाई बजे और भोर में हुई बरसात से मौसम तो सुहाना बना रहा। हवा में थोड़ी देर के लिए नमी भी महसूस की गयी। पर इसका असर ज्यादा देर तक नहीं रहा। जल्द ही लोग फिर से उमस व गर्मी का सामना करने को विवश हो गये।
दोपहर तक तो मौसम का मिजाज फिर से तल्ख हो गया और तेज धूप ने लोगों को बेहाल कर दिया। इधर कुछ दिनों से पड़ रही भीषण गर्मी को देखते हुए मौसम विदों ने बारिश की उम्मीद जतायी थी। इसके अनुसार मंगलवार की रात व बुधवार की भोर में बारिश भी हुई। पर गर्मी से निजात नहीं मिली। फिर से धूप ने अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया। भोर में हुई बारिश से धान की नर्सरी लगाने वाले किसानों ने राहत महसूस की है। यह बारिश का पानी नर्सरी के लिए अमृत जैसा रहा। इन दिनों क्षेत्र में धान की नर्सरी जोरों पर तैयार की जा रही है। इससे पानी की अधिक आवश्यकता है। अगर इसी तरह बारिश होती रही, तो नर्सरी अच्छी तैयार हो जायेगी।