प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी लगातार विकास के क्षेत्र में नए कीर्तिमान रच रहा है। बिजली के तारों का संजाल खत्म करने, हृदय स्थल गोदौलिया दशाश्वमेध मार्ग का रूप बदलने, नगर निगम प्रेक्षागृह को जापान के सहयोग से रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर के रूप में तब्दील करने, लालपुर में हस्तकला संकुल और काशी विश्वनाथ धाम में कारिडोर का निर्माण आदि ऐसी कुछ परियोजनाएं हैं जो बनारस को विश्वस्तरीय नगरी बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण पड़ाव बन चुके हैं।
अब बनारस के लोगों और यहां आने वालों के लिए स्काई वॉक का अद्भुत नजारा भी मिलने वाला है। बनारस में बनने वाले यूपी के इस पहले स्काई वॉक से पर्यटक 80 मीटर की ऊंचाई से पूरे शहर को निहार सकेंगे। वाराणसी विकास प्राधिकरण (वीडीए) ने इसका पूरा प्लान तैयार कर लिया है।
कमिश्नरी परिसर में पीपीई मॉडल पर बनने वाले 18 मंजिला दो इमारतों के बीच स्काई वॉक का निर्माण होगा। दोनों इमारतों के बीच शीशे का 100 फीट लंबा कॉरिडोर होगा। इस पर पर्यटक चारों तरफ घूमकर बनारस का अद्भुत नजारा देख सकेंगे। दोनों इमारतों के बीच बनने वाला यह स्काई वॉक पर्यटकों को आधुनिकता के साथ आस्था का अहसास कराएंगे। इसके लिए इसे भोले के डमरू का आकार दिया जाएगा।
कमिश्नर दीपक अग्रवाल की मानें तो स्काईवॉक आने वाले समय में टूरिस्ट के लिए नया आकर्षण का केंद्र होगा। इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलने के साथ ही लोकल इकोनॉमी को भी फायदा होगा। वीडीए ने इसकी पूरी डिजाइन तैयार कर ली है। जुलाई के महीने में इसका फाइनल डीपीआर भी तैयार हो जाएगा। उसके बाद 18 महीनों में भवन के निर्माण को पूरा कराने की योजना बनाई गई है। दोनों इमारतों में से एक इमारत में शॉपिंग कॉम्प्लेक्स के अलावा होटल, रेस्तरां और मॉल होंगे जबकि दूसरी इमारत में कमिश्नरी के 45 विभागों के दफ्तर बनाए जाएंगे।