फर्जी नाम पते पर करीब आधा दर्जन लोगों को असलहा लाइसेंस दिलाने के मामले में सदर विधायक मुख्तार अंसारी की पत्रावली प्रयागराज एमपी-एमएलए की विशेष अदालत में विचारण के लिए भेज दी गई। यह आदेश मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट फारूख इनाम सिद्दीकी ने जनपद न्यायाधीश के प्रशासनिक आदेश के अनुपालन में किया है। विधायक के मामले की पत्रावली विशेष पत्रवाहक के जरिए से प्रयागराज के विशेष अदालत को भेज दी गई है। इस मामले में अगली सुनवाई विशेष अदालत में सात जून को होगी। हालांकि इस मामले में पिछली पेशी 31 मई को थी।
31 मई को बांदा जेल से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्तार अंसारी की पेशी प्रभारी सीजेएम के समक्ष हुई थी। इसमें विधायक ने फिजियोथिरेपी कराने के लिए अदालत से गुहार लगाते हुए कमर दर्द आदि का हवाला दिया था। न्यायालय ने इसपर बांदा जेल अधीक्षक को चिकित्सकों की रिपोर्ट मय आख्या के साथ सात जून के लिए व्यक्तिगत रूप से तलब किया था। यह मामला दक्षिणटोला थाना क्षेत्र का है।
तत्कालीन थानाध्यक्ष निहार नंदन कुमार की तहरीर पर डेढ़ वर्ष पूर्व आयुध अधिनियम व धोखाधड़ी तथा षडयंत्र का मामला पंजीकृत कर आरोप पत्र न्यायालय में प्रेषित किया गया था। इसमें सदर विधायक सहित आधा दर्जन लोगों को आरोपित किया गया था। अब एमपी-एमएलए कोर्ट में इस मामले की सुनवाई होगी।
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