मरदह थाना क्षेत्र के डोड़सर गांव निवासी राजेंद्र बनवासी की मौत स्वभाविक है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से यह पता चला है। जांच के लिए बिसरा को भी सुरक्षित रख लिया गया है। विदित हो कि राजेंद्र की पत्नी गीता की तहरीर पर जिलाधिकारी से अनुमति मिलने के बाद कासिमाबाद एसडीएम की मौजूदगी में बुधवार को शव को कब्र से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया था। इसे लेकर क्षेत्र में तमाम तरह की चर्चाएं थीं।
राजेंद्र बनवासी की माली स्थिति ठीक नहीं होने के कारण उसके शव को गांव के भीटा पर दफनाया गया था। वह ज्यादातर ससुराल में ही रहता था, पंचायत चुनाव के दौरान घर गया था। गीता को आशंका हुई कि राजेंद्र की हत्या कर दी गई है। उसने तहरीर दी ताकि पति की मौत का कारण पता कर सके। इस पर पुलिस ने शव को कब्र से निकालने के लिए जिलाधिकारी से अनुमति मांगी थी। डीएम से अनुमति मिलने के बाद बुधवार की शाम कासिमाबाद एसडीएम भारत भार्गव, सीओ विजय आनंद शाही की निगरानी में शव को कब्र से बाहर निकाला गया था। स्वाभाविक मौत के बाद पुलिस व जिला प्रशासन ने राहत की सांस ली।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में स्वाभाविक मौत की पुष्टि हुई है। जांच के लिए बिसरा को सुरक्षित रख लिया गया है।-सुनील कुमार सिंह, थानाध्यक्ष।
पुलिस ने कराया अंतिम संस्कार
राजेंद्र बनवासी के शव का पोस्टमार्टम होने के बाद पुलिस ने उसके स्वजनों को सुपुर्द कर दिया। वहीं पारिवारिक स्थिति सही नहीं होने के कारण पुलिस ने स्वयं लकड़ी आदि खरीदने को पैसा दिया। इसके बाद श्मशान पर अंतिम संस्कार किया गया। राजेंद्र के दो पुत्र और एक पुत्री है। अपने तीनों बच्चों के साथ उसकी पत्नी गीता बनवासी नगर कोतवाली के बुजुर्गा गांव स्थित अपने ससुराल चली आई।