लखनऊ में सड़क हादसे में मृत गहमर के भैरव राव निवासी सेना के जवान अंकित कुमार सिंह का पार्थिव शरीर रविवार की सुबह उनके पैतृक आवास पर पहुंचते ही कोहराम मच गया। तिरंगे में लिपटे पार्थिव शरीर को देखकर मां ज्ञानती देवी व पत्नी रोशनी सिंह दहाड़े मारकर रोने-बिलखने लगीं। गांव के ही नरवाघाट पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। मुखाग्नि छोटे भाई अंकुश सिंह ने दी। अंतिम दर्शन करने और श्रद्धांजलि अर्पित करने वाले लोगों की भीड़ इतनी ज्यादा थी कि उसे संभालने में पुलिस और सेना के जवानों के पसीने छूट गए।
सैनिक बाहुल्य गांव गहमर निवासी सैनिक अंकित कुमार सिंह शुक्रवार को सड़क दुर्घटना में घायल हो गए थे। उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई थी। अंकित कुमार सिंह 30 मार्च 2015 में सेना में भर्ती हुए थे। वर्तमान में एएमसी सेंटर एवं स्कूल के कमांड हास्पिटल में तैनात थे। सैनिक अंकित कुमार सिंह की शादी फरवरी 2019 में हुई थी। अंकित अपने पांच भाई-बहनों में सबसे बड़े थे। पिता अशोक कुमार सिंह भी सेना से रिटायर्ड हैं। मृत सैनिक अपने पीछे पत्नी, मां, पिता, भाई, बहन को छोड़ गए हैं। अंतिम यात्रा में गांव के युवा भारत माता की जय, जब तक सूरज चांद रहेगा अंकित तेरा नाम रहेगा नारा लगा रहे थे। सैनिक को आर्मी मेडिकल कोर के जवानों ने अंतिम सलामी दी। जमानियां विधायक सुनीता सिंह, पूर्व मंत्री प्रतिनिधि मन्नू सिंह, जिला पंचायत सदस्य बिमला गुप्ता, सूबेदार आरएस यादव आदि ने श्रद्धांजलि अर्पित की।