क्षेत्र में हो रही बिजली कटौती से क्षेत्रीय उपभोक्ता बेहाल हैं। इसके चलते घरों में लगे विद्युत उपकरण बेकार साबित हो रहे हैं। बताते चलें कि पिछले कई दिनों से उमस भरी गर्मी के बढ़ने से आम जनमानस से हैं। ऊपर से बिजली की आंख मिचौली ने त्राहि-त्राहि मचा दी है। बिजली विभाग और उमस भरी गर्मी की हद तो सोमवार को हो गई, जब शाम में बिजली कटी, तो रात ग्यारह बजे दर्शन हुए, फिर कुछ में कटी तो फिर मंगलवार को दिन में आठ बजे आयी।
फिर कुछ समय के उपरांत बिजली कटौती कर दी गयी। इसके बाद पूरे दिन आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी। क्षेत्रीय उपभोक्ता गर्मी से बेहाल होते रहे। पिछले कई दिनों से हो रही बिजली कटौती में कोई सुधार नहीं हुआ है। घरों विद्युत उपकरण इनवर्टर, फ्रिज, कूलर, मोबाइल फोन आदि सभी शोपीस बनकर रह गये हैं। क्षेत्रीय उपभोक्ताओं का कहना है कि इस लॉकडाउन में अधिकांश मॉल, प्रतिष्ठान आदि सभी बंद होने के बावजूद बिजली की इतनी कटौती क्यों की जा रही है।
जबकि सरकार ने 22 से 24 घंटे बिजली देने का दावा करती है, फिर भी विभाग अपनी मानमानी करने पर आमादा रहता है। ऐसा भी नहीं है कि बिजली का बिल जमा नहीं हो रहा है, जबकि पहले से अधिक बिल की वसूली की जा रही है, फिर भी बिजली आपूर्ति समुचित नहीं की जा रही है। इससे उपभोक्ताओं में विभाग के प्रति काफी आक्रोश बना हुआ है।