मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर सीबीएसई की परीक्षाएं रद्द करने के लिए अभिभावकों व विद्यार्थियों की ओर से प्रधानमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया है। अपने ट्वीट में उन्होंने कहा है कि कोरोना संक्रमण के कारण सीबीएसई की परीक्षाएं रद्द करने का निर्णय देश भर के छात्रों के स्वास्थ्य सुरक्षा की दिशा में बढ़ाया गया महत्वपूर्ण कदम है। इससे उम्मीद लगाई जा रही है कि यूपी बोर्ड की इंटरमीडिएट की परीक्षाएं भी रद्द हो सकती हैं।
सीबीएसई के बाद सीआईएससीई ने भी 12वीं की परीक्षा रद्द कर दी है। यूपी बोर्ड की इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए अब विद्यार्थियों की निगाहें मुख्यमंत्री पर है। सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा में लगभग 14 लाख बच्चे बैठने वाले थे जबकि यूपी बोर्ड के इंटरमीडिएट 2021 की परीक्षा में 26,09,501 विद्यार्थी पंजीकृत हैं। बोर्ड परीक्षाओं पर अंतिम फैसला मुख्यमंत्री लेंगे।
उपमुख्यमंत्री डा दिनेश शर्मा ने प्रधानमंत्री के प्रति आभार जताते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री के साथ बैठक के बाद यूपी बोर्ड की इंटरमीडिएट परीक्षा पर फैसला लिया जाएगा। बच्चे देश का भविष्य होते हैं और प्रधानमंत्री के लिए हमेशा ही बच्चों का स्वास्थ्य व भविष्य प्राथमिकता पर रहा है और उन्होंने परीक्षा को रद्द कर देश भविष्य को सुरक्षित किया है।
राज्य सरकार ने तय किया था कि इंटरमीडिएट के लिए परीक्षा का समय घटाया जाएगा और तीन की जगह मात्र डेढ़ घंटे में सम्पन्न होगी। इन डेढ़ घण्टों में परीक्षार्थियों को मात्र तीन प्रश्नों के उत्तर देने होंगे। हाईस्कूल की परीक्षा बीते हफ्ते रद्द कर दी गई हैं और रिजल्ट तैयार करने के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है। इस परीक्षा के लिए 29,94,312 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। प्रदेश सरकार पहले ही कक्षा 6 से लेकर कक्षा 11 की परीक्षाएं रद्द कर चुकी है।