उत्तर प्रदेश की मऊ सदर सीट से बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी की गुरुवार को बांदा जेल से वर्चुअल पेशी गैंगस्टर कोर्ट में हुई। इस दौरान मुख्तार के वकील ने कोर्ट से शिकायत किया कि जेल के बैरकों में 15 टीवी लगी है, लेकिन मुख्तार की बैरक में टीवी नहीं दी गई है। जेल से मिली आख्या में कहा गया कि अभी जेल के पास टीवी नहीं है। मिलते ही उपलब्ध करा दी जायेगी। अधिवक्ता ने मुख्तार को फिजियोथिरेपी और बेड नहीं दी जाने की भी कोर्ट से गुहार लगाई। पूरे मामले में कोर्ट ने बांदा जेल से आख्या तलब करते हुए 25 जून को फिर सुनवाई की तिथि घोषित की है।
बांदा जेल में निरुद्ध बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी ने अपने अधिवक्ता के माध्यम से आनलाइन आवेदन कर बांदा जेल में उच्च श्रेणी का बंदी घोषित करने, मेडिकल बोर्ड के परामर्श पर मेडिकल सुविधा देने, बैरक में टीवी लगवाने के मांग की थी। इसके अलावा जिला शासकीय अधिवक्ता द्वारा पत्रावली एमपी व एमएलए कोर्ट भेजने संबंधित भी आवेदन दिये गये थे। विधायक अंसारी के सभी आवेदन पर वर्चुअल सुनवाई गुरुवार को गैंगस्टर विशेष अदालत में अपर सत्र न्यायाधीश रामअवतार प्रसाद की कोर्ट में हुई।
विधायक के अधिवक्ता दरोगा सिंह ने बताया कि मुख्तार अंसारी सीनियर सिटिजन व 25 साल से विधायक हैं। ग्रेजुएट के साथ आयकर दाता है। उच्च श्रेणी बंदी की सुविधा के भी हकदार हैं। जिस पर जेल से आख्या न आने के कारण सुनवाई के बाद न्यायाधीश ने बांदा जेल से पुन: आख्या मांगी है। वहीं सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर गठित मेडिकल बोर्ड के सलाह पर बंदी मुख्तार अंसारी को कुलर, हार्ड बेड, मच्छरदानी व फिजियोथिरेपी की मांग का आवेदन किया गया था। अदालत के निर्देश पर कुछ सुविधायें दी गई थीं। किंतु फिजियोथिरेपी व बेड नहीं मिला। इस पर सुनवाई के बाद अदालत ने 25 जून की तारीख नियत कर दी है।
आवेदक की तरफ से अपनी बैरक में टीवी लगाने की मांग की थी। आवेदक के अनुसार 15 बैरकों में टीवी है। सिर्फ मुख्तार के बैरक में ही टीवी नहीं है। इस पर जेल प्रशासन ने अपनी आख्या में कहा कि टीवी अभी उपलब्ध नहीं है। टीवी उपलब्ध होते ही लगा दी जायेगी। वहीं एमपी व एमएलए कोर्ट भेजने की दरखास्त पर 24 जून को थाने से प्रगति रिपोर्ट मांगी गई है। मालूम हो कि फर्जी असलहा लाइसेंस मामले में आरोपित आधा दर्जन लोगों के साथ विधायक मुख्तार अंसारी पर गैंगस्टर का मामला दक्षिणटोला थाने में दर्ज है।