लंबे समय से तस्करों के लिए पीडीडीयू जंक्शन स्वर्ग साबित होता रहा है। हालांकि, कुछ तस्करों के पकड़ाने के बाद अब मामले सामने आने लगे हैं। इसी कड़ी में पश्चिम बंगाल से नर्द दिल्ली जा रहे दो व्यक्ति के पास से छह किलो सोना बरामद होने के बाद सुरक्षा एजेंसियों के साथ ही आयकर विभाग के भी कान खड़े हो गए हैं।
पीडीडीयू नगर में पश्चिम बंगाल से नई दिल्ली जा रहे एक संदिग्ध व्यक्ति के पास से तलाशी के दौरान आरपीएफ व जीआरपी ने छह किलो सोना बरामद किया है। आरपीएफ और जीआरपी की टीम पकड़े गए व्यक्ति से पूछताछ कर रही है। इसके साथ ही सोना बरामदगी की जानकारी इनकम टैक्स व अन्य विभागों को दे दी गई है। सोना बरामदगी के संदर्भ में आरपीएफ और जीआरपी के अधिकारियों ने पूछताछ की।
जीआरपी व आरपीएफ की टीम ने सोमवार को स्थानीय जंक्शन से छह किलो 64 ग्राम सोना बरामद किया। आभूषण ले जा रहे दो भाइयों को भी पुलिस ने हिरासत में लिया। दोनों भाई बंगाल में आभूषण बनाते थे और अवैध तरीके से राजस्व की चोरी कर सर्राफा व्यापारियों को सोने की बिक्री करते थे। दोनों भाई सोने की खेप को लेकर पश्चिम बंगाल से दिल्ली जा रहे थे। जंक्शन से भारी मात्रा में सोना बरामद होने से खलबली मची हुई। जांच एजेंसियां मामले की जांच कर रही है।
जंक्शन से हर जगह जाने के लिए आसानी से मिल जाती हैं। भीड़ भाड़ वाला शहर, आसपास बड़े शहर होने के कारण तस्कर स्टेशन इधर उधर के रास्तों से निकल जाते हैं, इसी वजह से जंक्शन तस्करी का हब माना जाता है। नकदी, असलहा, कछुआ, मादक पदार्थों के साथ सोने चांदी की तस्करी ट्रेनों के माध्यम से की जाती है। हावड़ा से पीडीडीयू जंक्शन तक पहुंचना तस्करों के लिए काफी सरल साबित होता है। दर्जनों बार तस्करों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। बड़े-बड़े व्यापारी बेरोजगार युवकों से तस्करी का काम लेते हैं। सोमवार को चेकिंग के दौरान प्लेटफार्म नंबर छह पर दो संदिग्ध व्यक्तियों को पुलिस ने बैठे देखा।
संदेह होने पर जवानों ने उसने पूछताछ की। इस पर दोनों कुछ भी बताने से इंकार करने लगे। उनके बैग की तलाशी ली गई तो सोना बरामद हुआ। जीआरपी प्रभारी अशोक दुबे ने बताया कि पश्चिम बंगाल, पश्चिम मेदनीपुर, दासपुर, इशुपुर निवासी कार्तिक मोंडल व पश्चिम बगाल के मध्मपारा, हरेकृष्णपुर निवासी दिलीप मोंडल सोने को लेकर दिल्ली जाने की फिराक में थे। टीम में आरपीएफ प्रभारी संजीव कुमार, डीपी यादव, अनिल कुमार, रामविलस, अभिषेक पांडेय, हरिमोहन यादव, रवींद्रनाथ यादव, रजनीश सिंह, प्रभुनाथ यादव, शिवकुमार, विजय गोंड, रवि राय, अमरजीत यादव, शिवगोविंद, पवन, अच्छेलाल यादव शामिल रहे।