कोरोना संक्रमण कम होने के बाद जिला अस्पताल की ओपीडी शुरू हो गई है। वहीं गर्मी और बारिश से मौसम ने करवट ली तो इसका सीधा असर अस्पतालों में देखने को मिल रहा है। अस्पताल में मौसम के बदलाव के कारण एक बार फिर बुखार, डायरिया, खांसी सहित पीलिया के मरीज बढ़ने लगे हैं। मंगलवार को 680 मरीज जिला अस्पताल के ओपीडी में इलाज कराने के लिए पहुंचे थे।
जिला अस्पताल के ओपीडी में मरीजों सहित तीमारदारों की भीड़ लग रहीं रहीं है। भीषण गर्मी से जनपद के लोग बेहाल हो गए है, कभी-कभी अचानक आसमान में बादलों का जमावड़ होता है, वहीं हल्की बारिश होने के बाद उमस बढ़ जा रहीं है। पर्ची काउंटर पर सुबह नौ बजे से हीं लोगों की कतार लग जा रहीं है। वहीं अस्पताल के ओपीडी तक चिकित्सकों के पहुंचने से पूर्व हीं 50 से 60 पर्चा जमा हो जा रहा है। इनमें सबसे अधिक मरीज फिजीशियन कक्ष के बाहर होते हैं। चिकित्सकों के अनुसार अधिकतर मरीज बुखार, डायरिया, सर्दी, जुकाम और खांसी से पीड़ित होता है। पीलिया से भी ग्रसित मरीजों की संख्या पूर्व के अपेक्षा बढ़ गई है।
चिकित्सक उन्हें परामर्श देते हैं इसके बाद दवाएं मिलती हैं। अगर किसी मरीज की हालत गंभीर होती है तो उसे वार्ड में भर्ती कर इलाज किया जा रहा है। फिजीशियन डा. स्वतंत्र सिंह ने बताया कि मौसम में बदलाव होने के कारण डायरिया व पीलिया के मरीज बढ़ रहें है। प्रतिदिन करीब 40 से 50 मरीज पीलिया से ग्रसित मिल रहें है। इस बीमारी के लक्षण मिलने के बाद मरीजों को तत्काल जांच कराकर दवांए लेनी चाहिए। वहीं फिजीशियन डा. नरायण पाण्डेय ने कहा कि मौसम बदलने से सर्दी, खासी, जुखाम के मरीज बढ़ रहें है। सर्दी, जुखाम व बुखार एक दो दिन में ठीक नहीं होने पर तत्काल चिकित्सक से परामर्श लेकर हीं दवाएं ले।