माफिया डॉन मुख्तार अंसारी एंबुलेंस केस में बाराबंकी पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने मुख्तार अंसारी से बांदा जेल में पूछताछ के बाद उसके गुर्गे आनंद यादव, मुजाहिद खान और शाहिद पर ईनाम घोषित किया है. पुलिस ने आनंद यादव और शाहिद पर 25-25 हजार और मुजाहिद पर 20 हजार रूपये का ईनाम घोषित किया है. इन तीनों अपराधियों का मुख्तार अंसारी से सीधा कनेक्शन साबित होने के बाद पुलिस को इनकी तलाश है. वहीं, दूसरी तरफ इस मामले में बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी की पेशी अब बाराबंकी में शुरू होगी.
कोर्ट ने एंबुलेंस के फर्जी कागजात से रजिस्ट्रेशन कराने के मामले में 14 जून को तलब किया है. इसके लिए प्रभारी मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी नंदकुमार ने बी वारंट जारी किया है. कोर्ट में पुलिस ने बताया है कि एंबुलेंस मामले में फर्जी पते से पंजीकरण में मुख्तार अंसारी की संलिप्तता सही है.
मुख्तार अंसारी ने पुलिस को दिए गए 161 के अपने बयान में स्वीकार किया है कि उसकी साजिश से ही बाराबंकी में एंबुलेंस की खरीद और रजिस्ट्रेशन कराया गया था. इससे पहले कोर्ट से आदेश मिलने के बाद बाराबंकी के पुलिस अधीक्षक (एसपी) यमुना प्रसाद द्वारा गाठित एसआईटी ने 25 मई को बांदा जेल पहुंच कर दो दिन पूछताछ की थी. पंजाब के रोपड़ जेल से लाए जाने के बाद मुख्तार अंसारी इस समय बांदा जेल में बंद है.
माफिया डॉन और विधायक मुख्तार अंसारी को पंजाब की रोपड़ जेल से 31 मार्च को मोहाली कोर्ट तक पेशी पर लाने और ले जाने में यूपी 41 नंबर की एंबुलेंस का इस्तेमाल किया गया था. इस मामले में गठित एसआईटी मऊ जिले के श्याम संजीवनी हाॅस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर की संचालिका डाॅ.अलका राय, निदेशक शेषनाथ राय समेत सहयोगी रहे राजनाथ यादव को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है.