रेवतीपुर थाना क्षेत्र के डेढ़गांवा गांव के पास वाहन की चपेट में आकर तीन युवकों की मौत के बाद देर रात तक ग्रामीणों की भीड़ जुटी रही। पुलिस पर लापरवाही और वाहन को पकड़ने का दबाव बनाते हुए परिजन मौके पर डटे रहे। भीड़ बढ़ती देखकर सीओ ने सर्किल के थानों से फोर्स भी बुला ली और ग्रामीणों को समझाया। मामला देर रात तक शांत होने पर पुलिस ने सभी को गांव भेज दिया, सुबह शव का पोस्टमार्टम कर पुलिस ने शव को परिजनों को सुपुर्द कर दिया। शव का अंतिम संस्कार देर शाम बलुवा घाट पर हुआ।
रविवार की रात कार की चपेट में आने से रेवतीपुर थाना क्षेत्र के डेढ़गंवा के पास बाइक सवार तीन युवकों की मौत हो गई थी। मृतकों में गंगा सागर (25) रेवतीपुर थाने के उतरौली और उसका दोस्त अशोक पासवान (35) उचरौली गांव का निवासी था। बुआ का बेटा दिलदारनगर थाना क्षेत्र के पचोखर का रमेश राम पुत्र विजय राम आपस में दोस्त भी थे। तीनों की मौत के बाद सभी के परिवारों में कोहराम मचा रहा। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा तो पोस्टमार्टम हाउस में सुबह से ही भीड़ जुट गई।
पचोखर गांव निवासी रमेश राम (35) की मौत के बाद दूसरे दिन ग्रामीणों की भीड़ रमेश के दरवाजे पर जुटी रही। पति की मौत से पत्नी परमशीला का रो-रोकर बुरा हाल बना रहा। रमेश अपने पीछे 13 वर्षीय पुत्र लोकेश व 11 वर्षीय पुत्र सुरज व 3 वर्षीय पुत्री राधिका को छोड़ गया है। रमेश अपने पिता विजय के साथ दिलदारनगर बाजार यूनियन बैंक के पास फ़ोटो स्टेट की दुकान पर रहता था। मृतक की पत्नी परमशीला देवी उसका बड़ा 11 वर्षीय पुत्र सूरज, दूसरा 13 माह का पुत्र लोकेश कुमार तथा 3 वर्षीय पुत्री कुमारी राधिका का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। परिजनों की चीख-पुकार सुनकर मौजूद पास-पड़ोस के लोग उन्हें सांत्वना देने में जुट रहे। मृतक रमेश राम के पिता विजय राम ने बताया कि दिलदारनगर बाजार में स्थित यूनियन बैंक के नीचे फोटो स्टेट की दुकान पर साथ मे रहकर पुत्र हाथ बटताथा और रोजी-रोटी चलाता था। इसकी शादी बिहार के थाना रामगढ़ क्षेत्र के बडुहुपर में हुई थी, जिनसे दो पुत्र व एक पुत्री है।