कोरोना वायरस ने हर तरफ कहर मचा रखा है। कोरोना चेन को तोड़ने के लिए शासन की ओर से शुक्रवार की रात से मंगलवार की सुबह तक लॉकडाउन की घोषणा की गई है। वहीं, श्रीविंध्य पंडा समाज ने लॉकडाउन के दौरान विंध्यवासिनी मंदिर को बंद करने का निर्णय लिया है। ऐसे में शुक्रवार की रात से मंगलवार की सुबह तक श्रद्धालु मां विंध्यवासिनी का दर्शन-पूजन नहीं कर सकेंगे।
बेकाबू होते हालात और लगातार बढ़ती मरीजों की संख्या के मद्देनजर योगी सरकार ने कुछ अहम फैसले लिए हैं। साप्ताहिक बंदी का दायरा बढ़ा दिया गया है। अब शुक्रवार की रात आठ से मंगलवार की सुबह सात बजे तक बंदी रहेगी। पहले शुक्रवार की रात आठ बजे से सोमवार की सुबह सात बजे तक बंदी था। कोरोना के प्रसार को राेकने के लिए लॉकडाउन का पालन बहुत जरूरी है। ऐसे में कोई भी बेवजह बाहर नहीं निकल सकेगा। आवश्यक कार्य के लिए छूट रहेगी। अब विंध्यवासिनी मंदिर भी बंद कर दिया गया है। पहले तो लोग मां विंध्यवासिनी के दर्शन करने के लिए विंध्याचल पहुंच जाते हैं, लेकिन अब सख्ती और बढ़ा दी गई। आम श्रद्धालुओं के दर्शन-पूजन पर तो राेक लगा दी गई है, लेकिन मां विंध्यवासिनी का श्रृंगार, पूजन व आरती यथावत रहेगा। विंध्यवासिनी मंदिर के साथ ही अष्टभुजा व कालीखोह मंदिर भी बंद रहेगा।
कर्फ्यू आज, मास्क नहीं लगाने पर देना होगा एक हजार जुर्माना
कोरोना के बढ़ते संक्रमण की रोकथाम के लिए जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने प्रत्येक शुक्रवार की रात्रि आठ बजे से मंगलवार की सुबह सात बजे तक साप्ताहिक लाकडाउन लगाया है। इस समय आवश्यक सेवा, पंचायत चुनाव से जुड़ी पोलिंग पार्टी, स्वास्थ्य सेवा, सफाई, मीडिया से जुड़े कर्मचारियों के अतिरिक्त किसी अन्य के आवागमन की अनुमति नहीं होगी। प्रेस प्रिंट व इलेक्ट्रानिक मीडिया के संस्थान द्वारा जारी पास के आधार पर अनुमति होगी। निर्देश का उल्लंधन करने पर भारतीय दंड संहिता की धाराओं में कार्रवाई की जाएगी।डीएम ने निर्देश दिया कि मास्क नहीं लगाने पर पहली बार एक हजार और दूसरी बार अधिकतम दस हजार का जुर्माना किया जाए। मास्क की अनिवार्यता सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी सभी थानाध्यक्षों की होगी।