प्रदेश सरकार कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए बच्चों को महामारी से बचाने के लिए युद्धस्तर पर काम कर रही है। इसी कड़ी में बुधवार को महिला कल्याण विभाग ने मंडलवार बालगृहों एवं जिला बाल संरक्षण इकाई को कोरोना से बचाव के लिए प्रशिक्षण देना शुरू कर दिया है। पहले चरण में लखनऊ और वाराणसी मंडल के सभी राजकीय व स्वैच्छिक संगठनों के माध्यम से संचालित बालगृहों और जिला बाल संरक्षण इकाइयों में कार्यरत स्टाफ को प्रशिक्षित कर दिया गया है।
महिला कल्याण निदेशक मनोज कुमार राय ने बताया कि बच्चों की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता है। सभी बालगृहों के अधीक्षकों को निर्देश गए हैं कि प्रशिक्षकों द्वारा बच्चों और कार्मिकों की मानसिक स्वास्थ्य की काउंसलिंग जरूर की जाए। गृहों के बच्चों व कार्मिकों को सामाजिक और मनोवैज्ञानिक सहायता भी प्रदान की जा रही है। लखनऊ मंडल के उप निदेशक सर्वेश कुमार पांडेय ने बताया कि सभी बालगृहों सहित अन्य विभागीय संस्थाओं में कोविड के प्रभाव की स्थिति की प्रतिदिन समीक्षा हो रही है। बालगृहों में बच्चों को कोरोना से बचाव के लिए सभी सुरक्षित उपाय अपनाए जा रहे हैं। बालगृहों में एक आइसोलेशन वार्ड तैयार किया जा रहा है, जिसमें नए बच्चों को रखा जाएगा। बालगृहों में डॉक्टर की उपलब्धता भी सुनिश्चित कराने को कहा गया है, ताकि आपातकाल में शीघ्र मदद मिल सके। वाराणसी मंडल के उपनिदेशक प्रवीण त्रिपाठी ने बताया कि मंडल स्तर पर सभी अधिकारियों के संपर्क और निर्देशन में संस्थाओं की निगरानी की जा रही है।