लॉक डॉउन में लोगों के रोजमर्रा के वस्तुओं की पूर्ति के लिए प्रशासन की ओर से शेड्यूल बनाया गया है। इसके तहत किराने की दुकान, फल-सब्जी, डेयरी फार्म के साथ चौबीस घंटे मेडिकल शॉप आदि खोलने का निर्देश दिया गया है। लेकिन इन सब दुकानदारों के साथ कपड़े, जूते-चप्पल, मिठाई, श्रृंगार, सर्राफा आदि सहित सभी दुकानें चोरी-छिपे खोली जा रही है।
इसमें शेड्यूल को ताक पर रखकर दुकानदार सुबह से शाम तक अपनी दुकान को खोले रखते हैं। इससे कस्बा बाजार सहित आस-पास के चट्टी-चौराहों पर चहल-पहल पूरे दिन बना रहता है। आलम यह है कि ग्राहक को जिस दुकान से सामान लेना होतो है वह उस दुकान के सामने खड़ा हो जाता है, फिर दुकान अपनेआप ही खुल जाती है। ग्राहक के दुकान के भीतर जाते ही फिर दुकान का शटर, दरवाजा बंद कर दिया जाता है। कुछ दुकानदार ऐसे भी हैं, जो दुकान के सामने मास्क और सेनेटाइजर लगाकर इसकी आड़ में पूरे दुकान का सामान बेचते रहे हैं।