यूपी के लखीमपुर खीरी जिले में बिजली विभाग के कर्मचारियों के सुस्त रवैये के चलते 200 गांवों अंधेरे में हैं। करीब दो लाख की आबादी 72 घंटे से बिजली की एक झलक पाने के लिए मोहताज हैं। ईसानगर और धौरहरा क्षेत्र के करीब 200 गांवों की बिजली पिछले तीन दिन से बहाल नहीं हो सकती है। जिससे ग्रामीण क्षेत्र की करीब दो लाख की आबादी अंधेरे में है। पता चला है कि कलुआपुर के पास अंडरग्राउंड केबल कट जाने से खराबी पैदा हुई है।
तीन दिन बाद भी ईसानगर कस्बे समेत क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति ठप हो गई थी। सप्लाई न चलने पर जब पावर हाउस बेल्तुआ से बात की गई तो पावर हाउस में मौजूद बिजली कर्मचारी ने 33 हजार केवीए की लाइन खराब होने की बात कही। क्षेत्र के बिजली उपभोक्ताओं ने बताया की बीते बुधवार से कस्बा समेत कई गांवों को विद्युत सप्लाई देने वाले पावर हाउस बेल्तुआ से बिजली आपूर्ति ठप है। दो लाख की आबादी के घरों में पूरी रात अंधेरा हो गया।
ग्रामीणों का आरोप है कि बिजली विभाग के अधिकारियों से जब वह सप्लाई चालू करने की बात करते है तो विद्युत कर्मचारी उन्हें सही बात न बताकर लोगों का फोन काट रहे है। हल्की फाल्ट होने पर भी कई घंटे तक सप्लाई बंद कर दी जाती है। जबरदस्ती कराए जा रहे ब्लैक आउट से लोगों में नाराजगी है। इतने लम्बे समय तक बिजली सप्लाई ठप होने के पीछे पता चला है कि नेशनल हाइवे 730 पर निर्माण कार्य के दौरान कलुआपुर गांव के पास अंडर ग्राउंड केबिल कटकर शार्ट हो गई थी। जिस वजह से बिजली आपूर्ति ठप हो गई।
धौरहरा एसडीएम रेनू ने बताया, 33 हजार केवीए की अंडर ग्राउंड केबिल जल गई है। जिससे विधुत सप्लाई बाधित हुई है। जिसे ठीक कराया जा रहा है। जल्द ही विद्युत आपूर्ति बहाल हो जायेगी।