जिले में कोरोना कर्फ्यू के चलते श्रमिकों को काम नहीं मिल रहा है। ऐसे में श्रमिकों को अपने परिवार का भरण-पोषण करने के लिए एक हजार रुपये मिलेंगे। यह धनराशि केवल उन्हीं श्रमिकों को प्रदान की जाएगी, जिनका रजिस्ट्रेशन श्रम विभाग में है। सीएम के इस अनुदान से जनपद के 80 हजार 490 श्रमिकों को लाभ मिलेगा।
जिले में श्रम विभाग में एक लाख आठ हजार 124 श्रमिक पंजीकृत है। इसमें 80 हजार 490 श्रमिक हीं रिनीवल कराएं है। वहीं अन्य श्रमिक रजिस्ट्रेशन कराने के बाद रिनीवल नहीं कराए है, जिसकें कारण उनके खातों में एक हजार की धनराशि नहीं पहुंचेगी। श्रम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि कोरोना कर्फ्यू के चलते आवास निर्माण के साथ ही अन्य घरेलू काम-काज के साथ फैक्ट्री में काम करने वाले दैनिक मजदूरों के लिए इस समय संकट खड़ा हो गया है। जो मजदूर प्रतिदिन दिहाड़ी पर काम करते हैं, उनको इस समय काम न मिलने से बड़ी परेशानी हो रही है।
इस परिस्थिति से निपटने के लिए प्रदेश सरकार ने आपदा राहत सहायता योजना के तहत एक-एक हजार रुपये प्रतिमाह देने का ऐलान किया है। यह राशि एक सप्ताह के भीतर श्रमिकों के खातें में पहुंच जाएगा। जिससे वह अपने परिवार का भरण-पोषण कर सकते हैं। वहीं जिन श्रमिकों के खाता रिनीवल नहीं हुए है, उनकें खाता रिनीवल होने के बाद इस योजना का लाभ मिलेगा।