कोरोना प्रोटोकाल का पालन व कर्फ्यू का असर दिखने लगा है। जिले में कोरोना संक्रमण की गति पहले की अपेक्षा धीमी होने लगी है। स्वास्थ्य विभाग ने जांच का दायरा बढ़ा दिया है, लेकिन संक्रमित कम मिल रहे हैं। जिला अस्पताल में भी मरीजों की संख्या में कमी देखने को मिल रही है, जो भर्ती भी हैं तो उसमें गंभीर रोगियों की संख्या कम है। इससे स्वास्थ्य विभाग सहित आम लोगों को कुछ राहत मिलती दिख रही है।
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने वैसे तो मार्च में अपना पांव पसारना शुरू कर दिया था, लेकिन जिले में उसका असर मार्च के तीसरे सप्ताह से दिखना शुरू हुआ। इससे पहले जिले में किसी दिन एक तो किसी दिन एक भी नहीं कोरोना संक्रमित मिल रहे थे। दूसरी लहर की गति इतनी तेज थी कि अप्रैल का तीसरा सप्ताह बीतते-बीतते 700 से लेकर 846 तक प्रतिदिन कोरोना संक्रमित मिलने लगे। इसी के साथ गंभीर रोगियों की संख्या भी बढ़ने लगी। हालांकि मई शुरू होने से पहले ही अप्रैल के अंतिम सप्ताह से इसका ग्राफ गिरने लगा। अब ऐसा लग रहा है कि जिले में दूसरी लहर का पीक बीत चुका है। हालांकि अभी इस पर कुछ स्पष्ट कहा नहीं जा सकता।
फैक्ट फाइल..
05 मई- 255, 06 मई- 556, 07 मई- 407, 08 मई- 346, 09 मई- 297, 10 मई- 271, 11 मई -173
जिला अस्पताल में कम हुए गंभीर मरीज
जिला अस्पताल के सारे बेड अभी भी भरे हुए हैं, लेकिन इधर गंभीर मरीजों की संख्या कुछ कम हुई है। हालांकि अब यहां सुविधाएं भी बढ़ा दी गई हैं। पहले की अपेक्षा बेड भी बढ़ा दिए गए हैं। अब पर्याप्त आक्सीजन सिलेंडर मिल रहे हैं। 85 आक्सीजन कंसंट्रेटर भी मिल गए हैं। फिलहाल जिसे भी आक्सीजन की आवश्यकता है, उसे दिया जा रहा है। कोरोना संक्रमण पहले से कुछ कम हुआ है।