कोरोना ने जनजीवन के लिए खतरा पैदा कर दिया। वहीं सरकारी कामकाज में भी बाधा बनकर खड़ा हो गया है। इसी वजह से किसानों के खाते में अप्रैल में आने वाली सम्मान निधि की आठवीं किस्त भी अटक गई है। इससे अन्नदाता परेशान हैं। धनराशि से किसानों को जायद की खेती के लिए खाद-बीज के प्रबंध की उम्मीद की थी लेकिन पैसा ही खाते में नहीं आया। ऐसे में उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
किसानों की छोटी जरूरतों को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार की ओर से सम्मान निधि के रूप में तीन किस्तों में सालाना छह हजार रुपये धनराशि खाते में भेजी जाती है। अप्रैल में किसानों को सम्मान निधि की आठवीं किस्त मिलनी थी। इसको लेकर किसान पहले से ही इंतजार कर रहे थे। जिन किसानों के आवेदन में गड़बड़ी थी, शासन के निर्देश पर शिविर लगाकर उसे दूर किया गया। ताकि खाते में आसानी से पैसा पहुंच सके। इसी बीच कोरोना की दूसरी लहर शुरू हो गई। ऐसे में अप्रैल में खाते में पहुंचने वाली किस्त का भुगतान अटक गया। इसको लेकर कृषि विभाग के अधिकारी-कर्मचारी भी स्पष्ट उत्तर नहीं दे पा रहे हैं। उनके अनुसार कोरोना की वजह से भुगतान रोक दिया गया है। हालांकि मई के दूसरे पखवारे में पैसा खाते में आने की उम्मीद है।
पोर्टल पर भी नहीं मिल रही सही जानकारी
सम्मान निधि पोर्टल पर भी किसानों को सही जानकारी नहीं मिल रही है। लाभार्थी स्टेटस में आधार कार्ड अथवा मोबाइल नंबर डालने पर स्टेट से एप्रूवल और पेमेंट कन्फर्मेशन पेंडिंग दिखा रहा है। इसके बारे में स्पष्ट जानकारी के लिए लोग कृषि विभाग कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं।
कोरोना के चलते सरकार ने सम्मान निधि का खाते में भुगतान रोक दिया
कोरोना के चलते सरकार ने सम्मान निधि का खाते में भुगतान रोक दिया है। 15 मई के बाद पैसा आने की उम्मीद है। जिले के 2.20 लाख किसानों को सम्मान निधि का लाभ मिलेगा।