कोरोना कर्फ्यू के बीच दस दिन बाद मंगलवार को शराब की दुकानें खुलीं। दुकान खुलते ही सुबह दस बजे मदिरा प्रेमियों की भीड़ उमड़ पड़ी। प्रशासन ने शारीरिक दूरी का पालन कराते हुए शराब की बिक्री करवाई। हालांकि नगर में कुछ स्थानों पर शारीरिक दूरी की धज्जियां भी उड़ाई गई। बिना मास्क के शराब लेने पहुंचे लोगों को पुलिस ने खदेड़ दिया। नियम का पालन करवाने के लिए पूरे दिन पुलिस कर्मी चक्रमण करते रहे। देशभर में चल रहे कोरोना की दूसरी लहर की चैन तोड़ने के लिए शासन ने कोरोना कर्फ्यू लगाया है।
पिछले दिनों शुक्रवार की रात आठ बजे से लेकर मंगलवार की सुबह सात बजे लाकडाउन किया गया। इसके बाद अवधि बढ़ा लाकडाउन को गुरुवार तक का कर दिया गया। इसके बावजूद संक्रमण पर काबू न होने पर शासन ने 10 मई तक का कोरोना कर्फ्यू लगा दिया। इसके बाद लाकडाउन को 17 मई तक का कर दिया गया है। लाकडाउन के वक्त कुछ आवश्यक सामानों की दुकानों को खोलने की अनुमति दी गई थी। इसके बाद शर्तें लागू कर आबकारी की दुकानों को भी खोलने की अनुमति दे दी गई। शराब की दुकानें सुबह दस बजे से शाम छह बजे तक खुलेंगी। लंबे समय के बाद मंगलवार को आबकारी की दुकानें खुलीं तो नगर की लगभग सभी दुकानों पर मदिरा प्रेमियों की भीड़ उमड़ पड़ी। कुछ लोगों को संशय था कि फिर से दुकानों को बंद करने का आदेश जारी न कर दिया जाए, इस कारण लोग अधिक शराब की खरीदारी कर स्टाक कर लिए।
लाकडाउन में ही बेच दी शराब, बंद रही दुकान
एक तरफ लंबे समय के बाद शराब की दुकानों को खोलने का आदेश जारी हुआ तो मिनी महानगर की सभी दुकानें खुलीं लेकिन एक देशी शराब की दुकान का शटर तक नहीं उठा। जिस दुकान पर हमेशा लोगों की भीड़ लगी रहती थी, वहां सियापा छाया रहा। चर्चा यह थी कि इस दुकान के सेल्समैनों ने लाकडाउन में ही चोरी छिपे शराब की बिक्री कर दी थी। कोरोना कर्फ्यू के दौरान शराब को दोगुने दाम पर बेचा गया।