उत्तर प्रदेश में मेरठ के कई गांवों में कोरोना संक्रमण अपनी रफ्तार बनाए हुए है। वहीं, मवाना तहसील के अंतर्गत चार थाना क्षेत्र के 14 गांवों को रविवार रात से सील कर दिया गया है। ग्रामीणों के कहीं भी आने जाने पर पाबंदी लगा दी है।
हस्तिनापुर क्षेत्र के ग्राम गणेशपुर, वाल्मीकि कॉलोनी हस्तिनापुर, ग्राम भंडौरा, ग्राम पाली, मौडकलां, हुमायूंपुर, मानपुर व खौड़ दयालपुर को हॉटस्पॉट बनाया है। किठौर क्षेत्र के ग्राम जड़ौदा, परीक्षितगढ़ के ग्राम एत्मादपुर, रामपुर व आलमगीरपुर बढ़ला, मवाना के ग्राम गड़ीना व मौड़ सदरपुर को हॉटस्पॉट बना दिया गया है। एसडीएम मवाना कमलेश कुमार गोयल के अनुसार, 16 मई की रात से अग्रिम आदेश तक इन गांवों को अस्थायी रूप से सील कर दिया गया है।
एसडीएम ने बताया कि हॉटस्पॉट के दायरे में आने वाले प्रत्येक घर के सदस्यों की जांच होगी। प्रत्येक घर सैनिटाइज होगा। कोई भी व्यक्ति घर से बाहर नहीं निकलेगा। एसडीएम ने पुलिस को निर्देश दिए हैं कि गश्त बढ़ाकर कोविड प्रोटोकॉल का पालन कराया जाए।
पल्हेड़ा गांव में 15 दिनों में 20 से ज्यादा मौतें
मेरठ नगर निगम के अंतर्गत आने वाले पल्हेड़ा गांव में करीब 20 लोग बीते 15 दिनों में अपनी जान गंवा चुके हैं। पल्हेड़ा में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भी है और चिकित्सा व टीकाकरण का मुस्तैदी से पालन का दावा भी है। इसके बावजूद यहां 20 जानें चली गई। कोरोना का प्रकोप गांव पर कुछ इस तरीके से टूटा कि केवल 6 दिनों में ही पांच लोगों को काल के भंवर सैफी और उनके पड़ोसी नूर सैफी की मौतें केवल तीन दिनों में ही हो गई। इसके बाद गांव के ही बासु की पानी और बेटी भी दुनिया छोड़ गई।