जिला अस्पताल का आक्सीजन प्लांट जल्द ही शुरू हो जाएगा। शुक्रवार को मशीन जिले में पहुंच जाएगी। इसको लगाने के लिए अस्पताल परिसर में प्लेटफार्म बना दिया गया है। एक मिनट में पांच सौ लीटर आक्सीजन उत्पादन की क्षमता वाले प्लांट के लगने से कोरोना मरीजों के इलाज में सहूलियत होगी।
कोरोना काल में जिले में आक्सीजन की किल्लत हो गई थी। अस्पतालों में बेड व आक्सीजन के अभाव में मरीज दम तोड़ रहे थे। इसके बाद मंडलायुक्त वाराणसी मंडल दीपक अग्रवाल ने इसके लिए पहल की। सीएसआर (कारपोरेट सोशल रिस्पांसबिलिटी) के तहत इसके लिए धनराशि मुहैया कराई गई। एक मिनट में 500 लीटर आक्सीजन का उत्पादन करने वाली मशीन अस्पताल में लगाई जाएगी। इससे 50 बेड पर पाइपलाइन के जरिए आक्सीजन की आपूर्ति होगी। अस्पताल परिसर में मशीन को लगाने के लिए प्लेटफार्म बना दिया गया है।
शुक्रवार तक मशीन पहुंचने की उम्मीद है। इसके बाद इंजीनियर व तकनीकी विशेषज्ञों की टीम इसको लगाने के साथ ही चालू करेगी। शनिवार तक प्लांट शुरू होने की उम्मीद है। जिले के सरकारी अस्पताल में लगने वाला यह पहला आक्सीजन प्लांट होगा। इससे पूर्व चकिया संयुक्त चिकित्सालय में प्लांट लगाने की योजना बनाई गई थी, लेकिन मामला अधर में लटक गया। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने भी कोई पहल नहीं की। इससे स्थिति जस की तस बनी है।
मंडलायुक्त की पहल पर जिला अस्पताल में आक्सीजन प्लांट लगाया जाएगा। शुक्रवार तक मशीन अस्पताल में पहुंचने की उम्मीद है। शनिवार तक प्लांट शुरू हो सकता है। इसकी क्षमता एक मिनट में पांच सौ लीटर आक्सीजन उत्पादन की है। इसकी सप्लाई 50 बेड तक पाइपलाइन के जरिए की जाएगी।