थाना क्षेत्र के गौरा गांव में पंचायत चुनाव के एक दिन पूर्व गोली से घायल नव निर्वाचित ग्राम प्रधान के पुत्र की 13 दिन बाद मंगलवार को वाराणसी में इलाज के दौरान मौत हो गई। वारदात के मुख्य आरोपी पूर्व प्रधान को सोमवार की देर रात पुलिस ने खिदिरगंज पुलिया से दबोचा। साथ ही हत्या में प्रयुक्त पिस्टल और कारतूस भी बरामद की। 28 अप्रैल की देर रात ग्राम प्रधान पद की महिला प्रत्याशी धनपति देवी के पुत्र महावीर प्रसाद (28) को सूचना मिली कि गांव की दलित बस्ती में दूसरे प्रत्याशी के पक्ष में मत करने के लिए पूर्व प्रधान मनोज सिंह एवं साथी पैसा बांट रहे हैं।
महावीर ने कुछ लोगों के साथ पहुंच कर विरोध जताया था। इस बात को लेकर दोनों पक्षों में कहासुनी होने लगी थी। गुस्से में आए पूर्व प्रधान ने युवक को लक्ष्य कर चार गोली मारी थी। वारदात से गुस्साएं ग्रामीणों ने पूर्व प्रधान मनोज सिंह और उसके साथियों को दौड़ा लिया था। लेकिन आरोपी फरार हो गया था। आक्रोशित ग्रामीणों ने आरोपी के घर पर पथराव करने के साथ ही घर के बाहर वाहनों को आग लगा दी थी। एसपी डा. ओपी सिंह ने मौका मुआयना किया था। परिजनों की तहरीर पर पूर्व प्रधान मनोज सिंह के खिलाफ नामजद और तीन अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।
घायल युवक का उपचार वाराणसी में चल रह था। तीन दिन तक उपचार के बाद युवक घर आ गया था। नौ मई को दिक्कत आने पर परिजन उपचार के लिए पुन: वाराणसी ले गए, जहां इलाज के दौरान मौत हो गई। जानकारी मिलते ही सैदपुर के सीओ बीएस वीर कुमार के नेतृत्व में पुलिस मौके पर पहुंच गई। 10 मई को पुलिस ने मुख्य हत्यारोपी पूर्व ग्राम प्रधान मनोज सिंह को खिदिरगंज पुलिया के पास से धर-दबोचा। एसपी सिटी गोपीनाथ सोनी ने बताया कि वाराणसी में उपचार के दौरान गोली से घायल युवक की मौत हो गई। मुख्य आरोपी पूर्व ग्राम प्रधान मनोज सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है।