गांव स्थित नहर व लघु डाल विभाग का पश्चिमी व पूर्वी पम्प कैनाल महज शोपीस बनकर रह गया है। इन नहरों में पानी नहीं छोड़ा गया है, इससे किसान काफी चिंतित हैं। गहमर पश्चिमी लघु डाल (पंप कैनाल) व पूर्वी लघु डाल का संचालन गेहूं की सिंचाई के बाद से ही बंद है। अब तक पानी नहीं छोड़े जाने से किसानों को अपने धान की नर्सरी व खेती की तैयारी करने में काफी दिक्कत आ रही है। कुछ माह पूर्व जमानियां विधायक सुनीता सिंह ने पम्प कैनाल के लिए चार सब स्टेशन का उद्घाटन किया था, लेकिन यह उद्घाटन महज एक कोरी औपचारिकता रह गई।
पश्चिमी पंप कैनाल के किसान मोहन सिंह, सुरेंद्र सिंह, महेंद्र सिंह, राजेंद्र यादव, मोहन यादव, शिवानंद सिंह, विजय यादव, विजय राजभर आदि का कहना है कि इन लघुडालों के लिए स्वतंत्र फीडर की व्यवस्था तो कर दी गई है, जिसकी सप्लाई करहियां पावर हाउस से आती है, लेकिन गेहूं की सिंचाई के बाद से ही यहां की बिजली आपूर्ति ठीक से नहीं हो पा रही है। बिजली व नहर विभाग के अधिकारियों से गुहार लगाते-लगाते हमसभी थक गए हैं। कोई फरियाद सुनने वाला नहीं है।
अगर तत्काल बिजली की सप्लाई चालू कर पंप कैनाल नहीं चलाया गया, तो हम लोगों की ना, तो धान की नर्सरी पड़ पाएगी और ना ही खेत की तैयारी हो पाएगी। कामाख्या सब स्टेशन के जेई रामप्रवेश चौहान ने बताया कि इस स्वतंत्र फीडर का चार्ज अभी हम लोगों को नहीं मिल पाया है। इसका संचालन वाराणसी से कार्यदायी संस्था द्वारा होता है। यहां किसी को चार्ज नहीं मिलेगा, हम इसमें कुछ नहीं कर पाएंगे। लघु डाल के जेई हरिश्चंद्र चौरसिया ने बताया कि वाराणसी के अधिकारियों ने दो-तीन दिन के अंदर फाल्ट को ठीक कराने का आश्वासन दिया है।