गोरखपुर राप्तीसागर एक्सप्रेस के एसी कोच के नीचे एक्सल में आग लगने से अफरातफरी मच गई। आनन फानन में यात्रियों ने चेनपुलिंग कर दी। देखते ही देखते तमाम यात्री नीचे उतर गए। कुछ देर बाद ट्रेन के गार्ड एवं चालक एसी कोच के पास पहुंच कर अग्नि शमन यंत्र की सहायता से हार्ड एक्सल में लगी आग को बुझाया। ट्रेन लगभग आधे घंटे से ऊपर खड़ी रही। काफी प्रयास के बाद एअर रिलीज होने तथा आग बुझने के बाद ट्रेन को मनकापुर के लिए रवाना किया गया।
बताते चलें कि ट्रेन संख्या-02512 जो यंशवतपुर- गोरखपुर जिसे राप्तीसागर ट्रेन भी कहते हैं। गोंडा में मोतीगंज- झिलाही के बीच गुनौरा गांव के सामने खड़ी दिखी। ट्रेन के ऐसी डिब्बे से धुआं ही धुआं दिख रहा था। गांववासी भी रेलवे ट्रैक की तरफ देख रहे थे। उधर यात्री आननफानन में अपने अपने कुछ सामान लेकर नीचे उतरते गए। गुनौरा गांव के ग्रामीणों के अनुसार ,अफरातफरी दिख रही थी। आरपीएफ के लोग भी कोच के पास खड़ी दिखायी दे रहे थे। इस संबन्ध में मनकापुर रेलवे स्टेशन के एसएस प्रभाकर पांडेय पर पूछने पर उन्होंने कहा कि चेन पुलिंग हुई थी इसलिए रुकी थी। जब फोटो भेजकर उन्हें दिखाया गया तो कहे हमारे यहां का प्रकरण नहीं है। झिलाही एसएस से बात करिए। वहीं आरपीएफ मनकापुर के प्रभारी अमरनाथ से बात किया गया तो कहे ट्रेन काफी देर खड़ी होने की सूचना मिली थी। बाकि जानकारी स्टेशन मास्टर ही दे सकते हैं।
आपको बता दें कि इससे पहले 19 अप्रैल को अमृतसर से जयनगर को जाने वाली सरजू जमुना एक्सप्रेस ट्रेन में दारगंज रेलवे स्टेशन के पास आग लग गई थी। ट्रेन के ब्रेक बाइंडिंग में आग और धुआं उठने से हड़कंप मच गया था। सूचना मिलने पर दीदारगंज रेलवे स्टेशन के अधीक्षक ने तत्काल ट्रेन को रोकवा दिया और गांव वालों को सहयोग से रेलकर्मियों ने आग पर काबू पा लिया था। अन्यथा कोई बड़ी घटना हो सकती थी।