भांवरकोल थाना क्षेत्र के कुंडेसर गांव के हरेराम यादव उर्फ पियाजू (45) व पड़ोसी मनोज यादव (35) की बुधवार देर की रात सड़क हादसे में मौत हो गई। एक बाइक पर सवार दोनों उजियार से अपने गांव लौट रहे थे। एनएच-31 स्थित शीतगृह के पास किसी वाहन के धक्के से बुरी तरह चोटिल हो गए। इलाज के लिए जिला चिकित्सालय ले जाते समय दोनों दम तोड़ दिए। उनकी मौत से दोनों के स्वजनों में कोहराम मचा रहा। पुलिस ने घायलों को सीएचसी भेजने के पश्चात स्वजनों को सूचना दी।
हरेराम व मनोज बलिया जनपद के उजियार जाकर वहां से भूसा वाहन पर लादने के बाद अपने बाइक से गांव लौट रहे थे। बाइक मनोज चला रहा था। सजना शीतगृह के पास कोई वाहन उन्हें धक्का मारते हुए भाग निकला। धक्का लगने से वह घायलावस्था में वहीं पड़े थे। पास से गुजर रहे रहगीर ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। सूचना पर थानाध्यक्ष मौके पर पहुंचकर दोनों घायलों को सीएचसी भेजने के बाद उनकी पहचान होने पर सूचना परिवार में दी। जानकारी मिलने पर परिवार के लोग सीएचसी पर पहुंचे, जहां से प्राथमिक इलाज के पश्चात गंभीरावस्था में इलाज के लिए जिला चिकित्सालय ले जाते समय रास्ते में ही दोनों युवकों ने दम तोड़ दिया।
दो परिवारों पर टूटा दुखों का पहाड़
सड़क हादसे में दोनों युवकों की मौत से उनके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया है। कृषि मजदूरी करने वाले मनोज के परिवार में उसकी पत्नी पुनीता यादव, पुत्री चांदनी व पुत्र चंदन व सूरज हैं। हरेराम के परिवार में पत्नी शारदा देवी के अलावा पुत्र संदीप, सोनू व पुत्री प्रीति व श्रुति हैं। परिवार के दोनों कमाऊ सदस्य होने से परिवार के भरण पोषण का संकट छा गया है।
हेलमेट से बच सकती थी जान
सड़क दुर्घटना में मृत बाइक से घर लौट रहे युवक मनोज यादव व हरेराम यादव हेलमेट नहीं लगाए थे। दुर्घटना में इनके चेहरा, सिर पर गंभीर चोट व पैर में फ्रैक्चर होने से उनकी मौत होना बताया जा रहा है। इसको लेकर लोगों में चर्चा था कि अगर दोनों हेलमेट लगाए होते तो शायद उनकी जान बच गई होती।