जिला अस्पताल में गुरुवार को ऑक्सीजन के अभाव में मरीज की मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया। स्टाफ नर्स व डाक्टरों से अभद्रता करते हुए गुस्साए परिजनों ने सीएमएस कार्यालय में जमकर तोड़फोड़ की। सीएमएस द्वारा पुलिस को सूचना देने से पहले परिजन अस्पताल के स्टोर से एक ऑक्सीजन सिलेंडर और शव लेकर फरार हो गए। अस्पताल में तोडफोड़ की सूचना पाते ही प्रशासनिक अधिकारियों के साथ भारी संख्या में पुलिस बल पुहंचा। सीएमएस ने अधिकारियों को घटना की जानकारी देते हुए आरोपितों के खिलाफ तहरीर दी, जिसके आधार पर कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया। आरोपितों की तलाश जारी है।
बांसडीहरोड थाना क्षेत्र के शिवपुर निवासी 55 वर्षीय भंवरी देवी पत्नी मोहन को सांस की तकलीफ होने पर गुरुवार की सुबह जिला अस्पताल में दिखाया गया। चिकित्सक ने मरीज का इलाज करने के बाद उन्हें हड्डी वार्ड में भर्ती कर दिया। आरोप है कि इस दौरान मरीज को सांस लेने में परेशानी होने लगी, जिसके बाद परिजन स्टाफ नर्स से ऑक्सीजन की मांग करने लगे। ऑक्सीजन सिलेंडर किसी अन्य मरीज में लगा होने के कारण भंवरी देवी को ऑक्सीजन मिलने में कुछ देर हो गई। इस दौरान परिजन पूरे वार्ड में हंगामा करते रहे। कुछ देर बाद स्टाफ नर्स ने उन्हें ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध करा दिया।
हालांकि ऑक्सीजन लगने के कुछ देर बाद ही मरीज की मौत हो गई। मरीज की मौत से गुस्साए परिजनों ने स्टाफ नर्स के साथ गाली-गलौज शुरू कर दिया। इसके बाद सीएमएस कार्यालय में जाकर कुर्सियों को तोड़ने के साथ ही टेबल पर रखे सामान को फेंक दिया। तोड़फोड़ का विरोध करने पर परिजन चिकित्सकों के साथ गाली- गलौच और अभद्रता करने लगे। सीएमएस ने इसकी सूचना तत्काल पुलिस को दी लेकिन पुलिस के आने के पहले ही हंगामा करने वाले ऑक्सीजन सिलेंडर और शव को लेकर चले गए। अस्पताल में तोड़फोड़ की सूचना पाते ही नगर मजिस्ट्रेट नागेन्द्र सिंह, एएसपी संजय कुमार और सीएमओ डा. राजेन्द्र प्रसाद के साथ ही भारी मात्रा में पुलिस बल अस्पताल पहुंच गया। सीएमएस की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर पुलिस छानबीन कर रही है।