सादात थाना क्षेत्र के गौरा गांव में बुधवार की देर रात प्रधान प्रत्याशी के बेटे को गोली मारे जाने के मामले में पूर्व प्रधान मनोज सिंह को नामजद करते हुए तीन अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है। घटना में घायल के भाई सतवीर राम ने तहरीर दी है। आरोपियों की तलाश में पुलिस की दबिश जारी है। चुनाव और बवाल को ध्यान में रखते हुए गांव में पीएसी के साथ ही पर्याप्त फोर्स तैनात रही। एसपी सिटी गोपीनाथ सोनी भी मौके पर डटे रहे।
गौरा ग्राम सभा में अनूसूचित जाति की आरक्षित सीट पर कुल तीन प्रत्याशी मैदान में है। इनमें से दो को बीच मुख्य मुकाबला माना जा रहा है। इन दोनों को दो अलग-अलग पूर्व प्रधानों का समर्थन प्राप्त है। बुधवार की देरशाम एक प्रत्याशी का बेटा महावीर प्रसाद गांव में अपने समर्थकों के घर गया था। इसी बीच घात लगाए बैठे हमलावरों ने उसकी बुरी तरह पिटाई करते हुए गोली मार दी। युवक लहुलुहान होकर गिर पड़ा और हमलवार भाग निकले तो समर्थक उसे अस्पताल ले गए, जहां गंभीर अवस्था में युवक को वाराणसी रेफकर कर दिया गया।
घटना से आक्रोशित दलित जाति के सैकड़ों की संख्या में महिला और पुरुषों ने पूर्व प्रधान मनोज सिंह पर गोली मारने का आरोप लगाते हुए उनके मकान पर हमला बोल दिया। घर के बाहर खडे़ कार, ट्रैक्टर समेत अन्य वाहनों से घर में आग लगा दी। आगजनी की घटना में मकान के साथ ही घर गृहस्थी जा काफी समान जलकर नष्ट हो गया। किसी तरह पूर्व प्रधान मनोज सिंह महिलाओं और परिजन समेत पीछे के दरवाजे से जान बचाकर भाग निकले। सूचना पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों और फायर ब्रिगेड के गाड़ी की मदद से आग बुझाई। घायल युवक महावीर के भाई सतवीर पुत्र नंदलाल पहलवान ने तहरीर देकर मनोज सिंह व तीन अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कराया है।
गांव में व्याप्त तनाव और चुनाव को देखते हुए आधा सेक्शन पीएसी जवानों के साथ ही पर्याप्त फोर्स तैनात की गई है। एसपी सिटी ने घंटों रुककर स्थिति का जायजा लिया। पुलिस करीब आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। एसओ दिव्यप्रकाश सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर धारा 307 और अन्य धाराओं के अलावा एससीएसटी का केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश में दबिश दी जा रही है।
पुलिस पर लगाया फंसने का आरोप
सादात: गौरा गोलीकांड के मामले में पुलिस के करीब आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लिया है। इनमें गांव निवासी शैलेश उर्फ गौरी सिंह और मनोज उर्फ मन्ने सिंह भी शामिल हैं। दोनों ही आर्मी के जवान हैं, जो इन दिनों छुट्टी पर घर आये हैं। इनके भाई राजेश सिंह ने पुलिस उच्चाधिकारियों को पत्र भेजकर शिकायत की है कि उनके दोनों भाई बीच बचाव और मदद कर रहे थे। अकारण ही पुलिस उन्हें फंसा रही है।