जोगामुसाहिब के किसान यूपीडा और प्रशासन के वादाखिलाफी से आक्रोशित हैं। उनका आरोप है कि जोगामुसाहिब स्थित नूरपुर मौजे के पास पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के दूसरी तरफ जाने के लिए स्थापित कलवट (छोटी पुलिया) की ऊंचाई कम है। इससे ट्रैक्टर आदि उस पार नही जा पाएंगे। इसके विरोध में 25 मार्च को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का कार्य रोक दिया गया था। तत्काल दूसरी तरफ रास्ता की मांग की गई, जिसे प्रशासन और यूपीडा के अधिकारियों ने मान भी लिया था, लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ। इसके विरोध में दो अप्रैल से पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर अनिश्चितकालीन धरना दिया जाएगा।
ग्रामीणों का आरोप है कि 25 मार्च को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का काम रोकने के बाद उपजिलाधिकारी राजेश गुप्त ने हस्तक्षेप कर एक्सप्रेस-वे के दूसरी तरफ जाने के लिए अलग से तीन मीटर का रास्ता देने की बात कही थी। यूपीडा के अधिशासी अभियंता एमके अनिल से पत्र भी ईमेल के माध्यम से मंगवाया। साथ ही आश्वासन दिया कि तत्काल इस सड़क को बनवा दिया जाएगा। एक सप्ताह हो गए अभी तक काम शुरू नहीं हुआ। निवर्तमान ग्रामप्रधान प्रतिनिधि आशुतोष राय ने बताया कि सिवान में जाने के लिए उनके गांव के चकरोड को यूपीडा ने अधिग्रहण कर लिया है। उसके बदले न तो रास्ता ही दिया और न ही कोई मुआवजा। रास्ता के लिए कई बार काम रोका गया। हर बार आश्वासन मिलता रहा। समाजसेवी अनिल राय मुन्ना विनोद राय का कहना है कि अगर रास्ता नहीं मिला तो आने वाली पीढि़यों के लिए कृषि कार्य में परेशानी बढ़ जाएगी।
बनवाया जाएगा रास्ता
एक्सप्रेस-वे के दूसरी तरफ जाने के लिए अलग से तीन मीटर का रास्ता देने की बात कही गई थी। यूपीडा के अधिशासी अभियंता एमके अनिल से पत्र भी ई-मेल के माध्यम से मंगाया गया है। ग्रामीणों के साथ न्याय होगा और समय पर सिवान में जाने के लिए रास्ता बनवाया जाएगा।