कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए चल रहे टीकाकरण के चौथे चरण का शुभारंभ गुरुवार से हुआ है। इस दौरान 45 वर्ष पार कर चुके लोगों को केंद्रों पर कोविड-19 वैक्सीन लगनी शुरू हो गई। पहले दिन जिले के 10 हजार लोगों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया था जो 50 फीसद ही पूरा हो पाया। पहले 45 वर्ष से ऊपर के उन्हीं लोगों को टीका लगाया जाता था जो किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित थे। सरकार ने अब यह प्रतिबंध हटा दिया है।
जिले में पिछले 16 जनवरी से कोविड-19 टीकाकरण प्रारंभ हुआ था। पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन लगाई गई। इसके बाद दूसरे चरण में फ्रंट लाइन वर्कर शामिल हुए, जबकि तीसरे चरण में 45 वर्ष से लेकर 59 वर्ष के किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित तथा 60 वर्ष से अधिक के उम्र के सभी लोगों को टीका लगाया जा रहा था। काफी कोशिश के बाद भी लक्ष्य के सापेक्ष लोग टीका नहीं लगवा रहे थे। इसे देखते हुए सरकार ने 45 वर्ष के सभी लोगों को टीका लगाने का निर्देश जारी कर दिया। इसकी तैयारी पहले से ही की गई थी।
एक अप्रैल से 45 पार के सभी का कोविड-19 टीका लगना शुरू हो गया। पहले दिन 10 हजार लोगों का टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया था लेकिन यह अब तक 50 फीसद ही पूरा हो पाया है।