पीडीडीयू रेलवे के डाउन यार्ड में सोमवार शाम पांच बजे ड्यूटी के बाद घर लौट रहे ट्रैकमैन ट्रेन के नीचे आकर गंभीर रूप से घायल हो गया था। वाराणसी में निजी अस्पताल में उपचार के दौरान देर रात उसकी मौत हो गई। घटना की जानकारी होते ही मंगलवार को ईसीआरकेयू के सदस्यों ने लोको अस्पताल में हंगामा किया। एईएन कार्यालय परिसर में उसका शव तिरंगे में लपेटकर पैतृक गांव भेजा गया।
गाजीपुर में दिलदारनगर क्षेत्र के दारीडीह गांव निवासी 35 वर्षीय धमेंन्द्र कुमार पीडीडीयू रेलवे में ट्रैकमैन के पद पर कार्यरत थे। वह प्रतिदिन गांव से आते-जाते थे। सोमवार शाम पांच बजे वह यार्ड से रेल पटरी पकड़कर ड्यूटी के बाद घर के लिए निकले। अचानक लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस आ गई। इससे घबड़ाकर वह रेलपटरी के मध्य लेट गये। इस दौरान ट्रेन उनके ऊपर से निकल गई। वह गंभीर रूप से घायल हो गये। आरपीएफ जवानों की मदद से उन्हें लोको अस्पताल में भर्ती कराया गया। स्थिति गंभीर देख डाक्टरों ने उन्हें वाराणसी रेफर कर दिया। सोमवार देर रात उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई।
जानकारी होते ही परिजन भी पहुंच गये। परिजनों ने आरोप लगाया कि रेफर होने के बाद भी धनउगाही की गई। लोको अस्पताल पहुंचे ईसीआरकेयू के सदस्यों ने मंगलवार को जमकर हंगामा किया। इसके बाद सेंट्रल कालोनी स्थित एईएन कार्यालय परिसर में शोकसभा में उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद उनका शव तिरंगे में लपेटकर पैतृक गांव भेजा गया। जानकारी होने पर पहुंची पत्नी देवंता व दो पुत्रियां व एक पुत्र को रो रोकर बुरा हाल रहा। इस दौरान ईसीआरकेयू के अशोक सिंह, एसपी सिन्हा, सीबी राय, शिवकुमार सिंह बघेल, एके भारती, पीएस सिंह, वाईपी सिंह, विवेकानंद, रामकृष्णा, ओमप्रकाश, मनीष कुमार, आदि शामिल रहे।