स्थानीय क्षेत्र के पश्चिम फील्ड के बगल स्थित यादव बस्ती की एक रिहायशी मड़ई में गुरुवार की सुबह चूल्हे की चिंगारी से आग लग गयी। इससे उसमें रखे नगदी समेत जेवरात व गृहस्थी के सामान जलकर राख हो गया। ग्रामीणों ने किसी तरह खुद ही प्रयास कर किसी तरह आग पर काबू पाया।
गांव निवासी रविन्द्र यादव की मंड़ई पश्चिम फील्ड की तरफ यादव बस्ती में थी। घर की एक युवती सुबह झोपड़ी के पास ही बाहर चूल्हे पर खाना बना रही थी और परिवार के अन्य भी सदस्य खेत में काम करने के लिए गये हुए है। हवा चलने के कारण चूल्हे की चिंगारी से किसी तरह मड़ई में आग लग गयी। तभी खाना बना रही युवती की नजर उस आग पर पड़ी, तो तुरंत शोर मचाना शुरू कर दिया। देखते ही देखते आस-पास ग्रामीण जुट गये, वहीं परिजनों को भी पता चलने पर वह भी दौड़कर आग बुझाने के लिए पहुंच गये। इसके बाद मड़ई से करीब सौ मीटर दूर स्थित सबमर्सेबल से पानी लाकर किसी तरह आग पर काबू पाया जा सका। तब तक आग की चपेट में आकर मड़ई में रखे सभी सामान जल कर राख हो गया।
इसमें खाने-पीने के सामग्री सहित युवती की शादी के लिए रखे 50 हजार नगद सहित आभूषण, रजाई, खटिया, चौकी सहित अन्य सामान सभी जलकर राख हो गया। इस अगलगी की घटना के बाद परिवार के सभी लोग खुले आसमान के नीचे आ गये हैं। मौके पर चौकी प्रभारी कृष्ण प्रताप सिंह ने पहुंच कर परिवारजनों को हरसंभव मदद का ढाढस बंधाया। समाचार लिखे जाने तक तहसील का कोई कर्मचारी पीड़ित के यहां नहीं पहुंचा था। ना ही आग से हुई क्षति का आंकलन ही किया जा सका है। इससे ग्रामीणों में प्रशासनिक अधिकारियों के प्रति रोष है। परिवार का एकमात्र कमाऊ सदस्य रविन्द्र यादव ही है, जो कि मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करता है। इस घटना के दौरान मौके पर अनिल यादव, गुप्तेश्वर, शाहिद खान, राधेश्याम यादव, कमलदेव, श्रीराम यादव आदि मौजूद रहे।