थाना क्षेत्र के चुरामनपुर (झोरिया) गांव निवासी चार बहनों में इकलौता भाई श्रीवास्तव चौहान (18) की रविवार की दोपहर ट्रैक्टर से दबकर मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने ट्रैक्टर को कब्जे में ले लिया। होली के त्योहार पर स्वजनों के ऊपर टूटे इस दुख के पहाड़ से पूरे गांव में मातम छा गया। मां व बहनों का करुण क्रंदन देखकर सभी की आंखे नम हो गईं।
श्रीवास्तव चौहान अपने ही गांव के एक साथी सौरभ चौहान के साथ अपने ही ट्रैक्टर से दुल्लहपुर से घर वापस आ रहा था। सौरभ ट्रैक्टर चला रहा था और श्रीवास्तव बैठा था। दुल्लहपुर स्थित चौहान मार्केट में पहुंचा था कि सड़क पर बने बड़े से गड्ढे में ट्रैक्टर चले जाने से काफी ऊपर उछल गया। इससे श्रीवास्तव उछलकर ट्रैक्टर के पहिया के नीचे आ गया। आनन-फानन में उसे स्थानीय चिकित्सालय ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक के पिता पूर्व प्रधान लल्लन चौहान की चार वर्ष पूर्व की मौत हो चुकी थी। चार बहनें साधना (24), वंदना (22), अंजली (16) और अंजू (14) हैं। साधना व वंदना की शादी हो चुकी है। दो बहनों की शादी कराने की जिम्मेदारी भी श्रीवास्तव के कंधे पर थी। पिता की मौत के बाद वही अपने परिवार का खर्च चलाता था। खेतीबारी करने के साथ ही दुल्लहपुर बाजार में एक मेडिकल स्टोर चलाता था। उसकी मौत से मां रोते-रोते बेहोश हो जा रही थी। स्वजनों का ढांढस बधाने के लिए ग्रामीणों की भारी भीड़ लगी रही।