गुरुवार को आक्रोशित किसानों ने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का काम रोक दिया। इसके बाद प्रदर्शन कर धरने पर बैठ गए। इस दौरान शासन-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। क्षेत्र के जोगामुसाहिब स्थित नूरपुर मौजा केपास धरने पर बैठे किसानों को अधिकारियों ने समझाने का प्रयास किया लेकिन वे अपनी मांग पर अड़े रहे। उनका कहना था कि जब तक यूपीडा की ओर से लिखित रूप से समस्या के समाधान का आश्वासन नहीं मिल जाता तब तक काम शुरू नहीं होने देंगे।
मौके पर उपजिलाधिकारी राजेश गुप्ता, क्षेत्राधिकारी महिपाल पाठक व चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर रविशंकर ने आक्रोशित किसानों को समझाने का प्रयास किया किंतु वे टस से मस नहीं हुए। देर शाम यूपीडा के अधिशासी अभियंता एमके अनिल की ओर से ई-मेल पर बगल में सर्विस रोड बनाए जाने का लिखित आश्वासन दिया गया। इसके बाद किसान शांत हुए।
किसानों का कहना था कि जोगामुसाहिब के पास नूरपुर मौजे के पास कलवट (छोटी पुलिया) लग रहा है। वह जमीन की खोदाई कर स्थापित किया जा रहा है। इससे बरसात के दिनों में ट्रैक्टर आदि लेकर सिवान के उस पार नहीं जा सकते हैं। रबी की बोआई प्रभावित हो जाएगी। ग्रामीणों का आरोप है कि दो सप्ताह पूर्व तहसीलदार मुहम्मदाबाद ने सही जगह पर कलवट लगाने का आश्वासन दिया था। इसके बावजूद कार्यदायी संस्था ने ऐसा नहीं किया।
किसानों ने पिछले वर्ष मई में पांच मीटर ऊंची और 80 मीटर लंबी पुलिया लगाने के लिए तत्कालीन जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया था, जिससे माल लदे ट्रैकर आसानी से उस पार जा सकें। ग्रामीणों का आरोप है कि जिलाधिकारी के निर्देश के बावजूद यूपीडा ने ध्यान नहीं दिया। इसके बाद बीते बुधवार ़को जिलाधिकारी के यहां ज्ञापन भी दिया था। प्रदर्शन व धरने में अनिल राय, विनोद राय, आशुतोष राय, रविशंकर राय, सुभाष राय, झंडे राय, रंजन राय, संतोष राय आदि शामिल रहे।